सीआरपीएफ की वर्दी में पकड़ा गया कार चोर

कोलकाता. केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों को एयरपोर्ट से लाने के नाम पर ट्रैवेल एजेंसी से कीमती गाड़ियां बुक करा कर उसे ले भागने वाले एक शातिर चोर को लालबाजार के मोटर थेप्ट सेक्शन (एमटीएस) की टीम ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम अर्जुन शर्मा उर्फ जयदीप (27) है. वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2015 6:27 AM
कोलकाता. केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों को एयरपोर्ट से लाने के नाम पर ट्रैवेल एजेंसी से कीमती गाड़ियां बुक करा कर उसे ले भागने वाले एक शातिर चोर को लालबाजार के मोटर थेप्ट सेक्शन (एमटीएस) की टीम ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम अर्जुन शर्मा उर्फ जयदीप (27) है. वह मूलत: आसनसोल का रहनेवाला है.
मंगलवार को अपनी प्रेमिका से मिलने कोलकाता आ रहा था. गुप्त सूचना के आधार पर उसे दबोच लिया गया. दबोचने के समय वह पुलिस लिखा बाइक पर सीआरपीएफ की वर्दी में था. उससे पूछताछ के आधार पर मुर्शिदाबाद के रहनेवाले वसीम शेख (38) नामक एक व्यक्ति को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अर्जुन गाड़ी चुरा कर उसे वसीम के पास बेच देता था. दोनों से पूछताछ कर चोरी की गाड़ियां बरामद करने की कोशिश की जा रही है.
कैसे चुराता था गाड़ियां
कोलकाता पुलिस के विशेष अतिरिक्त व संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि अर्जुन खुद को सीआरपीएफ का सब इंस्पेक्टर बताता था. अक्सर महानगर के अलावा आसनसोल, दुर्गापुर और खड़गपुर जैसे जगहों के ट्रैवेल एजेंसी से वरिष्ठ अधिकारियों को लाने के बहाने एयरपोर्ट जाने के नाम पर कीमती गाड़ियां बुक कराता था. एयरपोर्ट जाने के बाद चालक को खाने के बहाने होटल भेज देता था. इसी दौरान वह मौके का फायदा उठा कर गाड़ी लेकर भाग जाया करता था. महानगर के विभिन्न थानों में उसके नाम पर दर्ज कुल छह मामलों में पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
धनबाद से खरीदा था सीआरपीएफ की वर्दी
प्राथमिक पूछताछ में अर्जुन ने पुलिसवालों को बताया कि झारखंड के धनबाद में उसने स्टेशन के पास कोर्ट रोड से सीआरपीएफ की वर्दी खरीदी थी. वहीं से उसने सब इंस्पेक्टर के लिए दो स्टार व सीआरपीएफ का नेम प्लेट भी खरीदा था.
इसके बाद से वह सीआरपीएफ का सब इंस्पेक्टर बन कर यह धंधा चला रहा था. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह से खाकी पोशाक को आम लोगों को बेचना कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है. लेकिन धनबाद में खुलेआम ऐसे पोशाक बेचे जा रहे हैं. जिससे इस तरह के अपराध खुलेआम हो रहे हैं.
पहले भी पुलिस हिरासत से भाग चुका है आरोपी
इसके पहले गत वर्ष 21 जून को तारापीठ जाने के नाम पर वह एक होटल से इसी तरह कीमती कार लेकर फरार हुआ था. चालक की तत्परता से एक पुलिस फाड़ी की पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, लेकिन शौच के लिए जाने के नाम पर वह वहां से भाग निकला था और फिर इस धंधे में लग गया था. अदालत में पेश कर पुलिस उसे अपने हिरासत में लेकर पूछताछ कर चोरी की गाड़ियां बरामद करने की कोशिश करेगी.

Next Article

Exit mobile version