आनेवाले समय में बढ़ेगा राज्य पर कर्ज का बोझ : वित्त मंत्री

कोलकाता. वाम मोरचा सरकार के कार्यकाल के दौरान लिये गये कर्ज का बोझ वर्तमान सरकार पर बढ़ता ही जा रहा है. आनेवाले कुछ वर्षों में इस राशि में काफी बढ़ोतरी होगी और इसका असर राज्य की विकासशील योजनाओं पर पड़ेगा. यह जानकारी मंगलवार को राज्य के वित्त मंत्री डॉ अमित मित्रा ने विधानसभा में प्रश्नोत्तर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2015 7:04 PM

कोलकाता. वाम मोरचा सरकार के कार्यकाल के दौरान लिये गये कर्ज का बोझ वर्तमान सरकार पर बढ़ता ही जा रहा है. आनेवाले कुछ वर्षों में इस राशि में काफी बढ़ोतरी होगी और इसका असर राज्य की विकासशील योजनाओं पर पड़ेगा. यह जानकारी मंगलवार को राज्य के वित्त मंत्री डॉ अमित मित्रा ने विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान दी. उन्होंने बताया कि वर्ष 2015-16 में कर्ज की पुनर्भुगतान राशि 8,877 करोड़ रुपये है, जिसमें वर्ष 2017-18 में करीब 9,781 करोड़ रुपये की वृद्धि होगी और यह बढ़ कर 18,359 करोड़ हो जायेगी. यह कर्ज 10, 12 व 15 वर्ष के लोन के अनुसार होगा और वर्तमान सरकार पर कर्ज का बोझ बढ़ता जायेगा. उन्होंने बताया कि राज्य में जब तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनी थी, तब यह कर्ज लगभग दो लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़ कर 2.74 लाख करोड़ रुपये हो गया है. पिछले चार वर्षों में इस कर्ज की राशि में 82,946 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई, जिसमें से 7,636 करोड़ रुपये का भुगतान राज्य सरकार ने ब्याज व मूल धन चुकाने के लिए किये हैं. उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्ष में राज्य सरकार ने मात्र 6,617 करोड़ रुपये कर्ज लिया है. उन्होंने केंद्र की पूर्व यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने यूरोपियन क्राइसिस को राहत देने के लिए 10 बिलियन डॉलर देने का ऑफर दिया था, लेकिन बंगाल के लिए केंद्र सरकार ने कुछ नहीं किया.

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