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मोदी के साथ ममता जायेंगी बांग्लादेश
कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बांग्लादेश जायेंगी. प्रधानमंत्री छह जून को दो दिवसीय यात्रा पर बांग्लादेश रवाना होंगे. इस दौरान तीस्ता नदी जल बंटवारे पर चर्चा हो सकती है. सीमा भूमि समझौते को संसद पहले ही मंजूरी दे चुकी है. राज्य के शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने गुरुवार […]
कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बांग्लादेश जायेंगी. प्रधानमंत्री छह जून को दो दिवसीय यात्रा पर बांग्लादेश रवाना होंगे. इस दौरान तीस्ता नदी जल बंटवारे पर चर्चा हो सकती है. सीमा भूमि समझौते को संसद पहले ही मंजूरी दे चुकी है.
राज्य के शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने गुरुवार को बताया कि मुख्यमंत्री अगले माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बांग्लादेश जायेंगी. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि इस यात्र से दोनों बंगाल (पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश) और दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे. गौरतलब है कि इस बात को लेकर मीडिया में अटकलें लगायी जा रही थीं कि क्या ममता मोदी के साथ बांग्लादेश जायेंगी. प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की बांग्लादेश की यह पहली यात्रा है.
इस यात्रा के दौरान तीस्ता जल बंटवारे के मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना है. तीस्ता करार पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सितंबर 2011 में बांग्लादेश यात्र के दौरान हस्ताक्षर किया जाना तय था लेकिन ममता की आपत्ति के बाद इसे अंतिम समय में टाल दिया गया था. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कोलकाता में कहा था कि भारत एवं बांग्लादेश जल्द लंबित तीस्ता नदी जल बंटवारा समझौते को मंजूरी देंगे.
पिछले हफ्ते बांग्लादेश ने उम्मीद जतायी थी कि मोदी की यात्र के दौरान तीस्ता नदी जल बंटवारा समझौते पर हस्ताक्षर किये जायेंगे. तीस्ता जल बांग्लादेश के लिए महत्वपूर्ण है विशेषकर दिसंबर से मार्च तक पानी कम होने के दौर में जब जल प्रवाह आम तौर पर 5000 क्यूसेक से घटकर 1000 क्यूसेक तक रह जाता है. यह पूछे जाने पर कि क्या ममता ने तीस्ता जल बंटवारा समझौते पर अपनी सहमति जतायी है, चटर्जी ने कहा, ‘मैं इस बारे में अवगत नहीं हूं और इस मामले में मैं टिप्पणी नहीं कर सकता.’ चटर्जी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री साथ जायेंगे और मेरा मानना है कि बंगाल के हितों से समझौता नहीं किया जायेगा.’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के लोग अच्छे संबंध चाहते हैं. इससे पूर्व ममता ने सीमा भूमि समझौते पर सहमति जतायी थी जो पिछले काफी समय से विवादों में घिरा हुआ था. संसद ने हाल में सीमा भूमि समझौते के लिए संविधान संशोधन को सर्वसम्मति से मंजूरी देकर पड़ोसी देश के साथ 41 साल से चले आ रहे सीमा विवाद का समाधान किया है. इस कानून के जरिये 1974 के भारत बांग्लादेश सीमा भूमि समझौते को साकार किया गया है.
मोदी सरकार ने भारत बांग्लादेश बस्तियों के आदान-प्रदान समझौते के तहत पश्चिम बंगाल को 3009 करोड़ रुपये का मुआवजा पैकेज दिया है. जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को औपचारिक रूप से गुरुवार को आमंत्रण भेजा, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया. छह व सात जून को प्रधानमंत्री के बांग्लादेश दौरे के समय मुख्यमंत्री उनके साथ रहेंगी. मुख्यमंत्री ने उनसे कहा था कि जून महीने के प्रथम सप्ताह में दौरा होने की वजह से वह इस दौरे पर जा सकती हैं, क्योंकि इस समय उनका कोई खास कार्यक्रम नहीं है. गौरतलब है कि जुलाई महीने में मुख्यमंत्री लंदन दौरे पर जा रही हैं.
कमलासागर ‘हाट’ का होगा उदघाटन
अगरतला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना संयुक्त रूप से त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले से सटी बांग्लादेश के ब्राह्नाणबारिया जिले की सीमा पर ‘हाट’ का उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी की छह जून से शुरू हो रही दो दिवसीय बांग्लादेश यात्रा के दौरान ढाका से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दोनों नेता ‘हाट’ का संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे. हालांकि, अभी यह फैसला नहीं किया गया है कि उद्घाटन छह जून को किया जायेगा या अगले दिन.
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