मावन को मानव बनाना प्रत्येक धर्म का उद्देश्य
कोलकाता. आध्यात्मिक ज्ञान संस्थान, सत संगम के रविवारीय साप्ताहिक सत्संग में मानवता की मीमांसा की गयी. इस संदर्भ में बोलते हुए आचार्य जयदयाल त्यागी ने कहा कि बुद्धि तो जीव मात्र में होती है. विवेक केवल मानव में होता है. विवेक ही अध्यात्म जगत में प्रवेश कराता है. विवेक सत्संग से प्राप्त होता है. आत्म […]
कोलकाता. आध्यात्मिक ज्ञान संस्थान, सत संगम के रविवारीय साप्ताहिक सत्संग में मानवता की मीमांसा की गयी. इस संदर्भ में बोलते हुए आचार्य जयदयाल त्यागी ने कहा कि बुद्धि तो जीव मात्र में होती है. विवेक केवल मानव में होता है. विवेक ही अध्यात्म जगत में प्रवेश कराता है. विवेक सत्संग से प्राप्त होता है. आत्म ज्ञान इनसान को इनसान बनाता है. प्रत्येक धर्म मानवता की शिक्षा देता है पर अफसोस मानव -मानवता से कोसों दूर होता जा रहा है. इनसान धनवान, बलवान, गुणवान, विद्वान व महान बन सकता है तो फि र इनसान क्यों नहीं बन सकता. जिस दिन इनसान सही मायने में इनसान बन जायेगा उस दिन वह भगवान के बहुत करीब होगा. ईश्वर प्रसाद कानोडि़या ने कहा कि उच्च शिक्षा अर्जित करने के साथ युवाओं में अच्छे संस्कारों का सृजन भी आवश्यक है. युवा शक्ति का अध्यात्म ज्ञान की ओर आकर्षित होना आज समय की मांग है. सुख-शांति का यही एकमात्र साधन भी है. इस दौरान संगीता कानोडि़या ने राजस्थानी संगीत की प्रस्तुति दी.