चुनाव में खिला कमल, बोर्ड गठन से पहले मुरझाया
खड़गपुर. खड़गपुर नगरपालिका बोर्ड पर किस पार्टी का कब्जा होगा, यह चार जून को पूरी तरह स्पष्ट हो जायेगा. पर, जिस तरह तृणमूल और पुलिस की दहशत से भाजपा के पांच पार्षद जगदंबा गुप्ता, सुनीता गुप्ता, लक्ष्मी मूर्मू, ए पूजा नायडु और बेलारानी अधिकारी भाजपा छोड़ कर तृणमूल में शामिल हो गये हैं, इससे यह […]
खड़गपुर. खड़गपुर नगरपालिका बोर्ड पर किस पार्टी का कब्जा होगा, यह चार जून को पूरी तरह स्पष्ट हो जायेगा. पर, जिस तरह तृणमूल और पुलिस की दहशत से भाजपा के पांच पार्षद जगदंबा गुप्ता, सुनीता गुप्ता, लक्ष्मी मूर्मू, ए पूजा नायडु और बेलारानी अधिकारी भाजपा छोड़ कर तृणमूल में शामिल हो गये हैं, इससे यह बात पूरी तरह प्रमाणित हो गयी है कि शहर के लोगों ने चुनाव में बड़ी आशा के साथ कमल को खिलाया था, लेकिन वही कमल बोर्ड गठन के पहले ही पूरी तरह मुरझा गया है. पार्टी के कार्यकर्ता इसे पार्षदों व भाजपा के आला नेताओं की गैरजिम्मेदारी और कार्यकर्ताओं की भावनाओं से खिलवाड़ बता रहे हैं. गौरतलब है कि खड़गपुर नगरपालिका के 35 वार्डों में से भाजपा ने सात पर जीत हासिल की थी. तब भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता और समर्थक खुशी से झूम उठे थे, लेकिन यह खुशी महीने भर भी नहीं रही और कमल फूल मुरझा गया. इससे वर्ष 2016 में होनेवाले विधानसभा चुनाव में भाजपा का चुनावी वोट बैंक पूरी तरह खोखला हो गया है. दूसरी ओर, सीपीआइ के पार्षद शेख हनीफ ने भी तृणमूल का दामन थाम लिया है. भाजपा और वाम मोरचा के नेता केवल इस बात की दुहाई दे रहे हैं कि शहर में तृणमूल के इशारे पर और पुलिस की मदद से हवा में फायरिंग कर डरा-धमका कर पार्षदों को तृणमूल में शामिल कराया जा रहा है, लेकिन किसी भी दल के नेता इसका प्रतिवाद सड़क पर उतर कर नहीं कर रहे हैं.