एनटीपीसी के सूत्रों ने बताया कि उन्होंने शनिवार शाम को तीन राज्यों को नोटिस भेजा है. इन राज्यों को फरक्का संयंत्र से उत्पादित बिजली वितरित की जाती है. उन्हें लिखा गया है कि यदि कानून व व्यवस्था दुरुस्त नहीं रखी जाती है, तो उन्हें संयंत्र बंद करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. इस समय जिस तेजी से गरमी बढ़ रही है, उसे देखते हुए यदि संयंत्र बंद किया जाता है तो इन तीनों राज्यों के बिजली उपभोक्ताओं के लिए गंभीर संकट पैदा हो जाएगा. एनटीपीसी का फरक्का संयंत्र 2,100 मेगावाट बिजली पैदा करता है जिसमें से 500 मेगावाट बिजली बंगाल को जाती है और बाकी बिहार और झारखंड के बीच वितरित की जाती है.
एनटीपीसी के अधिकारियों ने कहा कि संयंत्र के ठेका कर्मचारियों की अनुचित मांग के चलते संयंत्र में तनाव का माहौल है. शिकायतों के आधार पर फरक्का की पुलिस ने ठेका कर्मचारियों के कुछ नेताओं को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि यदि ठेका कर्मचारी अपने नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में काम नहीं करते हैं तो परिचालन को उचित स्तर पर बनाये रखना मुश्किल हो जायेगा.