18 हजार प्राथमिक शिक्षकों का भविष्य अधर में (आंकड़ा)
राज्य के लगभग 18 हजार शिक्षकों का भविष्य अधर में लटक गया है. राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद भी प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति परीक्षा की जटिलता कम नहीं हुई है. 31 मार्च 2013 को हुए प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (टेट) में नेशनल कौंसिल फोर टिचर्स एडूकेशन (एनसीटीई) के निर्देशिका का पालन नहीं किया गया था. […]
राज्य के लगभग 18 हजार शिक्षकों का भविष्य अधर में लटक गया है. राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद भी प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति परीक्षा की जटिलता कम नहीं हुई है. 31 मार्च 2013 को हुए प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (टेट) में नेशनल कौंसिल फोर टिचर्स एडूकेशन (एनसीटीई) के निर्देशिका का पालन नहीं किया गया था. अक्तूबर 2012 में प्राथमिक शिक्षकों नियुक्ति परीक्षा के लिए विज्ञापन दिया गया था, जिसमें उत्तीर्ण हुए लगभग 18 हजार उम्मीदवार 2014 में राज्य के विभिन्न प्राथमिक स्कूलों में नौकरी पर नियुक्त हुए, पर अब उनकी नौकरी का भविष्य अंधकार में डूबता दिखायी दे रहा है. उस परीक्षा में पास हो कर जो लोग नौकरी कर रहे हैं, उनकी परीक्षा को रद्द करने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में एक मामला दायर हुआ है. मामला उस परीक्षा में असफल उम्मीदवारों ने किया है. उनका आरोप है कि एनसीटीआइ के निर्देशिका के अनुसार प्रश्नपत्र तैयार नहीं किया गया था. उस परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवारों का आंकड़ा इस प्रकार है.कुल शून्य पद 35000परीक्षाथियों की संख्या 1451000नौकरी मिली 17000 से अधिकटेट के लिए विज्ञापन अक्तूबर 2012टेट की तारीख 31 मार्च 2013नियुक्ति 2014जसिजस्टिस अशोक दास अधिकारी की अदालत में इस मामले की अगली सुनवाई 15 जून को होगी.