कोलकाता. अब महानगर में कटा हुआ फल, खुला हुआ खाना एवं रंगीन शरबत बेचने वालों की खैर नहीं है. इन सबके खिलाफ कोलकाता नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग गुरुवार से जोरदार अभियान शुरू करेगा. विभागीय मेयर परिषद सदस्य अथीन घोष ने बताया कि कटे हुए फल, खुला हुआ खाना व रंगीन शरबत लोगों के सेहत के लिए बेहद हानिकारक हैं. इन्हें नहीं खाने के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हम लोगों ने आठ जून से जागरूकता अभियान शुरू किया है.
अभियान को तीन दिन हो चुके हैं, अब ऐसा करने वालों की धर-पकड़ की बारी है. लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की किसी को भी इजाजत नहीं दी जा सकती है. श्री घोष ने बताया कि हम लोग फल, खाना व शरबत बेचनेवालों के विरोधी नहीं है लेकिन कोई खुले में फल काट कर नहीं बेच सकता है, अगर बेचना ही है तो उसे ढक रखना होगा और शरबत के नाम पर खतरनाक रसायन मिलाने को भी बरदाश्त नहीं किया जा सकता है. श्री घोष ने बताया कि गुरुवार से निगम के सभी 16 बोरो में यह अभियान चलाया जायेगा.
प्रत्येक बोरो के फूड सेफ्टी ऑफिसर को अभियान चलाने की हिदायत दी गयी है. इसके लिए पुलिस की भी मदद मांग गयी है. वह स्वयं न्यू मार्केट इलाके में इस अभियान का नेतृत्व करेंगे. इस अभियान के दौरान अगर कोई कटा हुआ फल, बगैर ढका हुआ खाना एवं रंगीन शरबत बेचता हुआ पाया गया तो उसके सारे सामान को फेंक दिया जायेगा. यह अभियान नियमित रुप से चलाया जायेगा. इसके साथ ही हम लोग शहर के सभी छोटे-बड़े होटल व रेस्तरां एवं फुटपाथों पर व्यवसाय करने वाले फूड स्टॉलों को खाद्य सुरक्षा अधिनियम की एक निर्देशिका दे कर यह बताने का प्रयास करेंगे कि उन्हें खाने में क्या और कितना मिलाना है और कौन सी वस्तु का इस्तेमाल प्रतिबंधित है.