राज्य सरकार ने शुरू की एक और सामाजिक सुरक्षा योजना
-केंदु पत्ता चुननेवाले आदिवासियों के लिए शुरू हुई योजनाकोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने आदिवासियों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजना की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुड़ा व पुरूलिया जिले के केंदु पत्तियां एकत्रित करने वाले आदिवासी व उसके परिवार वालों के लिए यह योजना शुरू […]
-केंदु पत्ता चुननेवाले आदिवासियों के लिए शुरू हुई योजनाकोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने आदिवासियों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजना की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुड़ा व पुरूलिया जिले के केंदु पत्तियां एकत्रित करने वाले आदिवासी व उसके परिवार वालों के लिए यह योजना शुरू की गयी है. 18-60 वर्ष तक के लोग इस सामाजिक सुरक्षा योजना के साथ जुड़ पायेंगे. इस योजना के लिए मुफ्त में पंजीकरण किया जा सकता है. एक बार पंजीकृत होने के बाद आवेदकों को इस योजना के तहत सभी प्रकार की सुविधाएं मिलनी शुरू हो जायेंगी. मुख्यमंत्री ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत 60 वर्ष की उम्र पर आवेदक को 50 हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपये की राशि प्रदान की जायेगी. दुर्घटना में मृत्यु होने पर 1.5 लाख रुपये व प्राकृतिक मुत्यु पर परिजनों को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जायेगा. इसके साथ ही आंशिक रूप से विकलांग को चार हजार रुपये व स्थायी रूप से विकलांग को 25 हजार रुपये आर्थिक मदद की जायेगी. किसी प्रकार की सर्जरी होने पर अधिकतम चार हजार रुपये प्रति वर्ष की मदद की जायेगी, जबकि चार वर्ष के लिए के अधिकतम स्वास्थ्य खर्च की राशि 80 हजार रुपये तय की गयी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को दो बच्चों के लिए 12 हजार रुपये की मदद की जायेगी. प्रत्येक बच्चे के जन्म के समय छह हजार रुपये प्रदान किया जायेगा. इसके साथ ही आवेदक की अगर मौत हो जाती है तो उसके अंतिम संस्कार के लिए तीन हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जायेगी.