डायन के संदेह में महिला की निकालीं आंखें, दुष्कर्म के बाद हत्या

मालदा: डायन के संदेह में एक आदिवासी महिला की दोनों आंखें निकाल कर उसकी हत्या कर दी गयी. पुलिस ने हत्या के पहले उसके साथ दुष्कर्म होने की भी आशंका जतायी है. घटना सोमवार को तड़के गाजोल थानांतर्गत गाजोल दो नंबर ग्राम पंचायत के मातईल गांव में घटी. आदिवासी महिला की हत्या के पीछे जुड़े […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2015 7:01 AM
मालदा: डायन के संदेह में एक आदिवासी महिला की दोनों आंखें निकाल कर उसकी हत्या कर दी गयी. पुलिस ने हत्या के पहले उसके साथ दुष्कर्म होने की भी आशंका जतायी है. घटना सोमवार को तड़के गाजोल थानांतर्गत गाजोल दो नंबर ग्राम पंचायत के मातईल गांव में घटी. आदिवासी महिला की हत्या के पीछे जुड़े लोग व वजह को जानने के लिए पुलिस जांच में जुट गयी है. मृतका का नाम लक्ष्मी मुदि (35) बताया गया है.

वह शोलाकांदर गांव की रहनेवाली थी. वह अपने पति बहादुर मुदि के साथ रहती थी. घर से चार किलोमीटर दूर मातईली गांव के 81 नबर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे से उसका लहुलूहान शव बरामद किया गया. उसके कपड़े फटे हुए थे. महिला की दोनों आंखें निकाल ली गयी थीं. उसके गले में भी हथियार से वार के निशान पाये गये. आशंका है कि दुष्कर्म के बाद महिला की निर्मम तरीके से हत्या की गयी होगी.

सोमवार तड़के स्थानीय लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे महिला का शव पड़े देखा. गाजोल दो नंबर ग्राम पंचायत के आरएसपी सदस्य विकास साहा ने बताया कि आदिवासी महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का कारण जानने के लिए पुलिस जांच में जुट गयी है. उन्होंने बताया कि इलाके के लोगों कुसंस्कार में जी रहे हैं. इसे दूर करने के लिए पंचायत की ओर से जागरूकता फैलायी जा रही है. पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आने तक कुछ कहा नहीं जा सकता है.
हत्या के समय अकेली थी पीड़िता
पुलिस की पूछताछ में मृतका के पति बहादुर मुदि ने बताया कि रविवार शाम को वह शोलाकांदर गांव में अपनी बड़ी दीदी बज मुदि के घर 500 रुपये उधार लाने गया था. रात को देर हो जाने की वजह से वह घर नहीं लौटा. उसकी पत्नी घर में अकेली ही थी. सोमवार तड़के जैसे ही बहादुर मुदि अपने घर लौटा, तो गांववालों से पत्नी की मौत की खबर सुनने के बाद घटनास्थल पर गया. गांव के कुछ लोगों के साथ बातचीत ्रमें पुलिस को पता चला कि महिला को कुछ लोग डायन की नजर से देखते थे. पति मजदूर है और वह ज्यादातर दिन में बाहर ही रहता था. घर में महिला जब अकेली रहती थी, तब पूजा-पाठ करती रहती थी. कुछ लोग मानते थे कि महिला तंत्र-मंत्र फूंकती है. कुछ ग्रामीण उससे मिलते-जुलते नहीं थे.

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