सरकारी अस्पतालों में सक्रिय हैं दलाल : मानस भुईंया

कोलकाता. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक व प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मानस रंजन भुइंया ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के बजट पर राज्य सरकार पर जम कर हमला बोला, डॉ. भुइंया ने आरोप लगाया कि सरकारी अस्पतालों में दलाल चक्र सक्रिय हैं. कोलकाता के पुलिस आयुक्त से लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2015 6:21 AM
कोलकाता. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक व प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मानस रंजन भुइंया ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के बजट पर राज्य सरकार पर जम कर हमला बोला, डॉ. भुइंया ने आरोप लगाया कि सरकारी अस्पतालों में दलाल चक्र सक्रिय हैं.

कोलकाता के पुलिस आयुक्त से लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी क्यों दलाल चक्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कृष्णनगर में प्रसूति के दौरान एक महिला की मौत का मामला उठाते हुए कहा कि इससे साबित हो जाता है कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था कैसी है. उन्होंने पूर्व वाममोरचा सरकार के दौरान चिकित्सा क्षेत्र में माकपा समर्थित डॉक्टरों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान में भी वहीं डॉक्टर हैं, लेकिन उन लोगों ने केवल अपना रंग बदल लिया है.

उन्होंने कहा जननी सुरक्षा योजना के तहत बंगाल के सरकारी अस्पतालों में प्रसव की घटना में कमी आयी है. इससे साबित होता है कि सरकारी अस्पतालों की स्थिति क्या है. उन्होंने सवाल किया कि अच्छी चिकित्सा की आस में बंगाल के लोग कब तक वेल्लोर, चेन्नई और बेंगलुरु जाते रहेंगे. एसएसकेएम अस्पताल में कुत्ते को डायलेसिस का मुद्दा उठाते हुए स्वास्थ्य राज्य मंत्री को आड़े हाथ लिया. उन्होंने सदन में मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ममता बनर्जी की अनुपस्थिति का भी मुद्दा उठाया.

बजट पर हुई बहस का जवाब देते हुए स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि 2010-11 में स्वास्थ्य विभाग का बजट 3286.02 करोड़ से बढ़ कर 6124.92 करोड़ हो गया है. वर्तमान राज्य के लोगों में 78 फीसदी लोगों की चिकित्सा सरकारी अस्पतालों में होती है. उन्होंने कहा कि पूर्व वाममोरचा शासन के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गयी थी. कोई मूलभूत सुविधाएं नहीं थी. उस गैप को भरने में समय लग रहा है. उन्होंने दावा किया कि 34 सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में से 20 अस्पतालों का निर्माण मार्च 2016 तक हो जायेगा.

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