सामाजिक सरोकारों के प्रति जैन समुदाय समर्पित

कोलकाता. शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है, लेकिन सबसे पीड़ादायक बात यह है कि अधुनातन शिक्षा ने हमें भौतिकवाद की ओर केंद्रित कर दिया है. सामाजिक सरोकारों के प्रति शिक्षित लोगों का दृष्टिकोण संकुचित होता जा रहा है. इससे समाज को क्षति हुई है. ये बातें राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने तारादेवी हरखचंद कांकरिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 22, 2015 6:56 AM
कोलकाता. शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है, लेकिन सबसे पीड़ादायक बात यह है कि अधुनातन शिक्षा ने हमें भौतिकवाद की ओर केंद्रित कर दिया है. सामाजिक सरोकारों के प्रति शिक्षित लोगों का दृष्टिकोण संकुचित होता जा रहा है. इससे समाज को क्षति हुई है.
ये बातें राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने तारादेवी हरखचंद कांकरिया जैन कॉलेज के स्थापना दिवस समारोह में कहीं. उन्होंने अधुनातन शिक्षा के प्रति अपनी पीड़ा को व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा भौतिकवादी नहीं, मानवतावादी बनाने के लिए है, नहीं तो फिर वैसी शिक्षा की आवश्यकता पर प्रश्न चिन्ह लग सकता है.

यह अध्यापकों का दायित्व है कि वे अपने छात्रों को सिर्फ पाठय़पुस्तकों को महत्व देने के बदले समाज और अपने देश के प्रति दायित्व का भी बोध करायें. उन्होंने कहा कि भगवान महावीर के जीवन दर्शन को समझना ही नहीं, बल्कि अपने जीवन में उतारना भी जरूरी है. भावी जीवन को सुसंगत बनाने के लिए जीवन मूल्यों की महत्ता सर्वोपरि है. उन्होंने कहा कि जैन समाज सामाजिक सरोकारों के प्रति समर्पित रहा है. यह सराहनीय है. इस मौके पर राज्यपाल ने जैन महासभा की त्रैमासिक पत्रिका प्रज्ञा पथ का विमोचन किया.

इस अवसर पर नागपुर से आये राज्यसभा सदस्य अजय संचेती ने भी जैन महासभा के कार्यो के प्रति साधुवाद देते हुए भविष्य में हर तरह से सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया. जैन सभा के अध्यक्ष सरदारमल कांकरिया ने राज्यपाल के प्रति धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कॉलेज की गतिविधियों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि यहां शीघ्र ही डेंटल कॉलेज भी खोला जायेगा. इसके साथ ही जगदल में तारादेवी हरखचंद कांकरिया जैन कॉलेज की दूसरी ईकाई खोली जायेगी.
समारोह में कलकत्ता विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो ध्रुवज्योति चटर्जी, तिरुपति टेक्सटाइल के निदेशक रिखब चंद जैन मुख्य रूप से शामिल थे. इनके अलावा महासभा के ट्रस्टी पन्ना लाल कोचर, उपाध्यक्ष विनोद मिन्नी, जैन अस्पताल के मानद मंत्री प्रदीप कुमार पटवा, जैन सभा के सुंदर लाल दूग्गर, सुभाष कांकरियां, पलक बोथरा, जय कांकरिया, ललित कांकरिया तथा सोहन लाल सिंघवी आदि भी शामिल थे.

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