इंटरनेट डेस्क
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व पार्टी की युवा शाखा के प्रमुख अभिषेक मुखर्जी के एक बयान पर देश में हंगामा बरपा हुआ है. अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता से सटे 24 परगना जिले में तृणमूल कार्यकर्ताओं से कहा कि, जब तक ममता बनर्जी बंगाल में रहेंगी, तब तक अगर किसी ने बंगाल की ओर आंख दिखायी तो हम उसकी आंख निकाल देंगे. अगर डराने के लिए बांह उठाई तो हम उसकी बांह भी काट देंगे. उनके इन बयानों को तृणमूल कांग्रेस के राजनीतिक विरोधियों से जोड कर देखा जा रहा है और उसकी व्यापक निंदा हो रही है.
अभिषेक बनर्जी पहले भी इस तरह के राजनीतिक बयान दे चुके हैं और वही कल ममता बनर्जी की राजनीतिक विरासत को संभालेंगे. ममता बनर्जी उनसे अथाह प्रेम व स्नेह रखती हैं. आइए, जानें ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के बारे में दस अहम बातें
1. अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. वे मममा बनर्जी के भाई अमित बनर्जी व भाभी लता बनर्जी के पुत्र हैं. 28 वर्षीय अभिषेक बनर्जी का विवाह रुजिरा बनर्जी से हुआ है.
2. अभिषेक बनर्जी ने बीबीए एवं एमबीए की शिक्षा पायी है. उन्होंने दिल्ली के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट से शिक्षा पायी है. संसदीय राजनीति में यह उनकी पहली पारी है.
3. ममता बनर्जी ने तीन साल पहले अभिषेक बनर्जी को औपचारिक रूप से राजनीति में लांच किया था. उन्होंने उन्हें उस समय ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया. वे अब भी उस पद पर हैं. उन्हें प्रबुद्ध वर्ग व युवाओं को पार्टी से जोडने का काम ममता बनर्जी ने सौंपा.
4. भले ही ममता बनर्जी ने तीन साल पहले उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाने का स्पष्ट संकेत दिया हो, लेकिन वे पार्टी में पहले से ही सक्रिय रहे हैं. वे पार्टी को साइबर सेल को हेड कर चुके हैं और इसके लिए अच्छा काम किया. वे विधानसभा चुनाव के दौरान कई रैलियों में भी शामिल हुए थे और युवाओं को लुभाने की कोशिश की थी.
5. ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता भी मानते हैं कि अभिषेक बनर्जी ही उनके भविष्य के नेता हैं और उनकी हैसियत तृणमूल कांग्रेस में वैसी ही है, जैसे कांग्रेस में राहुल गांधी की व समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव की.
6. तृणमूल युवा शाखा के प्रमुख के रूप में उन्होंने पार्टी की जडें बाहर भी फैलाने की कोशिश की है. हालांकि अबतक इसमें आंशिक कामयाबी ही मिल पायी है. उन पर 21 साल से 40 साल उम्र के लोगों को पार्टी से जोडने की जिम्मेवारी है.
7. अभिषेक बनर्जी को पुराने हिंदी गाने सुनने का बडा शौक है. वे क्रिकेट में भी रुचि रखते हैं. साथ ही मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए भी काम करने में उनकी रुचि है.
8. ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान इसी साल किसी असंतुष्ट शख्स ने हमला कर दिया था, जिससे वे थोडे जख्मी हो गये थे.