एनआइए ने जेएमबी के आतंकी से जब्त किया लैपटॉप
कोलकाता: नेशनल इंवेटिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने आतंकी संगठन जमायत-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आतंकी नुरुल हक से एक लैपटॉप जब्त किया है. हक को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया है. एनआइए के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान हक ऊर्फ नइम ने एनआइए अधिकारियों को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद स्थित गुप्त ठिकाने […]
कोलकाता: नेशनल इंवेटिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने आतंकी संगठन जमायत-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आतंकी नुरुल हक से एक लैपटॉप जब्त किया है. हक को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया है. एनआइए के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान हक ऊर्फ नइम ने एनआइए अधिकारियों को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद स्थित गुप्त ठिकाने ले गया. वहां से खुफिया अधिकारी ने एक लैपटॉप बरामद किया. यह लैपटॉप हक को शेख रहमतुल्लाह उर्फ साजिद से मिला था. साजिद भी फिलहाल पुलिस हिरासत में है.
पिछले वर्ष दो अक्तूबर को बर्दवान जिले के खगड़ागढ़ में विस्फोट के दौरान एक आतंकी शकील गाजी की मौत हुई थी तथा एक आतंकी शोभन ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था. दोनों के संबंध आतंकी संगठन से माना जाता है. बाद में एनआइए को पता चला कि मंडल वास्तव में करीम शेख था.
उसने बंगाल पुलिस को अपने पहचान के संबंध में गलत जानकारी दी थी. सूत्रों के अनुसार लैपटॉप के आरंभिक जांच के दौरान पता चला है कि किन-किन लोगों ने उक्त आतंकी संगठन को दान दिया था तथा कितनी राशि दी थी. एनआइए ने 21 लोगों के खिलाफ बांग्लादेश की शेख हसीना की सरकार का तख्ता पटल के आरोप के मद्देनजर चाजर्शीट दाखिल किया था. मुर्शिदाबाद के बख्शीपुर के निवासी पर एनआइए ने एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार घोषित किया था. एनआइए को जानकारी मिली कि हक का वास्तव नाम नइम है.
वह जेएमबी का सक्रिय सदस्य है तथा गिरफ्तार रहमतुल्ला फैजुल हक तथा बांग्लादेश के फरार आतंकी तल्हा शेख के सहयोग से बीरभूम में आतंकी गतिविधियां चलाता था. एनआइए का आरोप है कि हक ने मुर्शिदाबाद के मुकीमनगर मदरसा में तथा बर्दवान जिले के सिमुलिया मदरसा में प्रशिक्षण लिया था. वह प्रशिक्षक के रूप में काम करता था. वह हथियार चलाने, विस्फोट बनाने तथा खुद की रक्षा करने की तकनीक आतंकियों को सिखाता था. यह प्रशिक्षण शिविर बीरभूम के शांतिपल्ली तथा सिमुलिया और मुकीमनगर मदरसा में चलता था.