जलपाईगुड़ी. जलपाईगुड़ी के फाटापुकुर में हुई डकैती के मामले में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के एक नेता का नाम जुड़ जाने से इस मामले में नया मोड़ आ गया है. इसको लेकर तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर से कठघरे में है. पीड़ित व्यवसायी सुधीर रंजन धारा के एक रिश्तेदार की शिकायत के आधार पर सुखाली अंचल कमेटी के अध्यक्ष मनोरंजन दास समेत कुल पांच लोगों को राजगंज थाना की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. सोमवार को तृणमूल नेता मनोरजंन दास को सुबह 11 बजे के आसपास प्रिजन वैन में चढ़ाते ही उनके समर्थकों का गुस्सा भड़क गया.
इनके आक्रोश का सामना पुलिस को करना पड़ा था. जिस कारण बाध्य होकर राजगंज थाना के ओसी सनातन सिंह मनोरंजन दास को प्रिजन वैन से उतार कर थाने ले गये. उन्हें थाने में ले जाने के बाद थाने के बाहर तृणमूल समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी. मनोरंजन दास की रिहाई की मांग में सैकड़ों तृणमूल कार्यकर्ता व समर्थक थाना घेर कर विरोध प्रदर्शन करने लगे. खबर मिलते ही राजगंज के तृणमूल विधायक खगेश्वर राय व तृणमूल के अन्य ब्लॉक नेता घटनास्थल पर पहुंचे.
विधायक ने पार्टी समर्थकों को समझा कर शांत कराया. विधायक ने समझाया कि अगर मनोरंजन दास अदालत में बेगुनाह साबित हो जाते हैं तो उन्हें अवश्य ही रिहाई मिल जायेगी. दूसरी ओर, समर्थक कहने लगे कि अगर उनके नेता को अदालत में पेश किया गया, तो उन्हें भी गिरफ्तार कर अदालत में भेजना होगा. दिनभर थाने के बाहर तृणमूल कांग्रेस का नाटकीय खेल चलता था. बाद में जलपाईगुड़ी जिला पुलिस अधीक्षक आकाश माघारिया के राजगंज थाना पहुंचने पर तृणमूल कांग्रेस के विधायक व पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बैठक की.
उल्लेखनीय है कि जलपाईगुड़ी के फाटापुकुर इलाके में स्थानीय होटल व्यवसायी सुधीर रंजन धारा के घर में दुस्साहसिक डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया. डकैतों ने बमबाजी व हवा में फायरिंग कर इलाके में सनसनी फैला दी थी. 10 से 15 की संख्या में आये डकैत व्यवसायी के घर का लॉकर तोड़ कर सोने के जेवरात समेत नकदी रुपये उड़ा ले गये. डकैतों के हमले से सुधीर रंजन के परिवार के तीन सदस्य घायल हो गये, उन्हें सिलीगुड़ी के नर्सिगहोम में भरती कराया गया है. सुधीर रंजन के परिवार से पूछताछ व सीसीटीवी फूटेज को खंगालने के बाद पुलिस को पता चला है कि सभी अपराधियों का मुंह काले कपड़े से ढका हुआ था, इसीलिए किसी को पहचाना नहीं जा सका. घर में घुसने के क्रम में उनलोगों ने घर के पालतू कुत्ते को बेहोशी की दवा खिला दी थी. डकैतों ने सीसीटीवी का कनेक्शन काट दिया था.