महानगर में स्मोक फ्री पूजा अवार्ड
कोलकाता: धूम्रपान के प्रति लोगों को जागरूक करने और महानगर को तंबाकूके धुएं से निजात दिलाने के लिए इस बार दुर्गापूजा के अवसर पर एक स्वयंसेवी संस्था स्मोक फ्री पूजा अवार्ड शुरू करने जा रही है. इस अभियान में राज्य का स्वास्थ्य विभाग भी भागीदार बनने जा रहा है. 2 अक्तूबर 2008 से खुलेआम धूम्रपान […]
कोलकाता: धूम्रपान के प्रति लोगों को जागरूक करने और महानगर को तंबाकूके धुएं से निजात दिलाने के लिए इस बार दुर्गापूजा के अवसर पर एक स्वयंसेवी संस्था स्मोक फ्री पूजा अवार्ड शुरू करने जा रही है. इस अभियान में राज्य का स्वास्थ्य विभाग भी भागीदार बनने जा रहा है.
2 अक्तूबर 2008 से खुलेआम धूम्रपान करने पर पाबंदी है. पर, पांच वर्ष गुजरने के बावजूद कोलकाता में इसका कोई असर नहीं दिखा. इस नेक मकसद को पूरा करने के लिए अब मां दुर्गा की सहायता लेने की योजना तैयार की गयी है. कोलकाता येलो पेजेज ने यह बीड़ा उठाया है.
संस्था के प्रमुख प्रदीप्त साहा का कहना है कि हमारा यह अनुभव है कि केवल धूम्रपान के खिलाफ बात करने का कोई असर नहीं होता है. इसलिए हम लोगों ने पुरस्कार देने की योजना बनायी है. स्वास्थ्य विभाग के पब्लिक हेल्थ प्रोग्राम के संयुक्त सचिव देवाशीष बसु को यकीन है कि यह प्रयास लाभदायक रहेगा. श्री बसु का कहना है कि मकसद जितना अहम है, रास्ता उससे भी अधिक कठिन है. इसलिए कानून बनने के पांच वर्ष गुजरने के बावजूद कुछ भी लाभ नहीं पहुंचा है.
हम लोग जुर्माना लगाने से पहले लोगों को जागरूक व सचेत करना चाहते हैं. सहयोगी संस्था कैंसर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के निदेशक सुतपा विश्वास ने बताया कि पूजा के दौरान हमलोग यह देखेंगे कि पंडालों में धूम्रपान विरोधी कानून का कितना पालन हुआ है. जो पूजा कमेटी इस दिशा में अपने स्तर पर प्रयास करेगी, उसे अतिरिक्त अंक मिलेंगे. श्री साहा ने बताया कि पूजा कमेटियों ने हमारे इस प्रयास के प्रति काफी उत्सुकता दिखायी है. अब तक 200 से अधिक पूजा कमेटियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है.