पांच को होगी दिल्ली में बैठक
कोलकाता : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा कथित रूप से ललित मोदी को वीजा देने में मदद किये जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए एसयूसीआइ की ओर से तमाम वामपंथी दलों को एकजुट होकर विरोध करने का आह्वान किया गया था. इस बाबत एसयूसीआइ के महासचिव प्रभाष घोष की ओर से विगत 25 […]
कोलकाता : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा कथित रूप से ललित मोदी को वीजा देने में मदद किये जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए एसयूसीआइ की ओर से तमाम वामपंथी दलों को एकजुट होकर विरोध करने का आह्वान किया गया था.
इस बाबत एसयूसीआइ के महासचिव प्रभाष घोष की ओर से विगत 25 जून को माकपा, भाकपा, आरएसपी, भाकपा-माले और फॉरवर्ड ब्लॉक के पदाधिकारियों को पत्र भेजा गया था. माकपा की ओर से एसयूसीआइ की अपील का जवाब दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक जवाब स्वरूप माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी द्वारा भेजे गये पत्र में कहा गया है कि एसयूसीआइ की अपील के मुद्दे को लेकर फोन पर छह वामपंथी दलों – माकपा, भाकपा, फॉरवर्ड ब्लॉक, आरएसपी, एसयूसीआइ व भाकपा (माले) के आला नेताओं के बीच बात हुई है.
सहमति बनी है कि वामपंथियों को एकजुट होकर आंदोलन करने के मसले पर पांच जुलाई को नयी दिल्ली में छह वामपंथी दलों के नेताओं की बैठक होगी. बैठक शाम करीब चार बजे माकपा केंद्रीय कमेटी के कार्यालय में होने की बात है. गौरतलब है कि एसयूसीआइ के महासचिव प्रभाष घोष ने वामपंथी दलों के पदाधिकारियों को भेजे गये पत्र में कहा था कि एक केंद्रीय मंत्री की हैसियत से उस व्यक्ति की मदद नहीं करनी चाहिए थी, जिस पर आशंका जतायी जा रही है कि कानूनी दावं-पेच से बचने के लिए वह देश से बाहर चला गया हो.
उन्होंने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने, उनके इस्तीफे दिये जाने की मांग पर देशभर में विरोध प्रदर्शन करने के साथ इस मुद्दे की जांच के लिए एसयूसीआइ ने उच्चस्तरीय न्यायिक कमेटी गठित करने की मांग की है.