शिक्षा मंत्री को पद पर बने रहने का अधिकार नहीं : विमान

-शैक्षणिक संस्थानों की बिगड़ रही स्थिति नहीं सुधार सकते तो छोड़ दें पदकोलकाता. कलकत्ता विश्वविद्यालय के कॉलेज स्ट्रीट कैंपस में धरना देने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटना की जितनी भी निंदा की जाये वह कम है. यदि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में फैल रही अराजकता को दूर करने और कलकत्ता विश्वविद्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2015 8:06 PM

-शैक्षणिक संस्थानों की बिगड़ रही स्थिति नहीं सुधार सकते तो छोड़ दें पदकोलकाता. कलकत्ता विश्वविद्यालय के कॉलेज स्ट्रीट कैंपस में धरना देने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटना की जितनी भी निंदा की जाये वह कम है. यदि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में फैल रही अराजकता को दूर करने और कलकत्ता विश्वविद्यालय में घटी घटना के दोषियों को चिन्हित कर सजा देने में मौजूदा शिक्षा मंत्री पार्थ चट्टोपाध्याय असमर्थ हैं तो उन्हें पद में भी बने रहने का अधिकार नहीं है. यह बात राज्य में वाममोरचा के चेयरमैन विमान बसु ने शुक्रवार को कही. उन्होंने कहा कि माकपा समेत 17 वामपंथी दलों के बीच हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई. वामपंथी दलों ने इस घटना की सटीक जांच और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की है. ध्यान रहे कि विगत बुधवार को कलकत्ता विश्वविद्यालय के कॉलेज स्ट्रीट कैंपस में धरना देने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों से मारपीट किये जाने व विश्वविद्यालय के कुलपति सुरंजन दास के साथ धक्का-मुक्की किये जाने का आरोप तृणमूल छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं पर लगा है. कथित तौर पर तृणमूल छात्र परिषद के नेता अशोक रुद्र ने कहा कि शिक्षकों के साथ मारपीट नहीं किये जाने का दावा करते हुए इस बात को बेवजह तूल देने की बात कही थी. उक्त बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बसु ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों पर फैलने वाली अराजक स्थिति उचित नहीं है. छात्र संगठनों के नेताओं को छात्रों को ऐसी घटनाओं से दूर रहने की सलाह देनी चाहिए.

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