धान व चाय की गुणवत्ता जांच के लिए अब ई-तकनीक का प्रयोग
कोलकाता : केंद्र सरकार द्वारा शुरू किये गये ‘ डिजिटल इंडिया प्रोग्राम ‘ के माध्यम से ई-तकनीक का विकास किया जायेगा. अब ई-तकनीक का प्रयोग कृषि सेक्टर के लिए भी किया जायेगा. चाय व धान की गुणवत्ता की जांच ई-तकनीक के माध्यम से की जायेगी. यह जानकारी सोमवार को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग […]
कोलकाता : केंद्र सरकार द्वारा शुरू किये गये ‘ डिजिटल इंडिया प्रोग्राम ‘ के माध्यम से ई-तकनीक का विकास किया जायेगा. अब ई-तकनीक का प्रयोग कृषि सेक्टर के लिए भी किया जायेगा. चाय व धान की गुणवत्ता की जांच ई-तकनीक के माध्यम से की जायेगी. यह जानकारी सोमवार को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक) के निदेशक कर्नल एके नाथ (रिटायर्ड) ने दी. उन्होंने बताया कि सी-डैक ने कृषि-विपणन के संबंध में नयी तकनीक डिजाइन की है, जो चाय की सुगंध से उसकी गुणवत्ता के बारे में जानकारी देगी. इसके साथ ही धान के विभिन्न वैराइटीज की गुणवत्ता की जांच के लिए भी अत्याधुनिक नन-इंवैसिव तकनीक का प्रयोग किया जायेगा. डिजिटल कैमरा पर आधारित ‘ इनोवीजन ‘ कैप्चरिंग सिस्टम लांच किया गया है, जिससे चाय की पत्तियों की जांच की जायेगी और उससे निकलनेवाली सुगंध को मापा जायेगा. इसी प्रकार, चावल के लिए भी ‘ ई-नोज ‘ तकनीक बनाया गया है, जो चावल की खुशबू से उसकी गुणवत्ता की जानकारी देंगी. इसके साथ-साथ चाय के स्वाद के लिए ‘ ई-टंग ‘ व चावल के स्वाद के ‘ अन्नदर्पण ‘ तकनीक पेश किया गया है. श्री नाथ ने बताया कि रेशम की गुणवत्ता की जांच के लिए भी सी-डैक द्वारा ई-तकनीक पेश किया गया है, जिससे किसान रेशम की गुणवत्ता की जांच कर सकेंगे. इससे यहां के किसानों को उनके द्वारा उत्पादित रेशम के निर्यात में काफी मदद मिलेगी.