ढिंढोरा पीटने से पुण्य समाप्त हो जाता है : पं. शंभू शरण लाटा
फोटो पेज पांच पर सेव है श्री राम सेवा समिति ट्रस्ट का रजत जयंती समारोह संपन्न हावड़ा. श्री राम सेवा समिति ट्रस्ट का रजत जयंती समारोह रविवार को सलकिया स्कूल रोड स्थित बंशीधर जालान स्मृति नया मंदिर में नव दिवसीय संगीतमयी श्री राम कथा के समापन के साथ संपन्न हो गया. पांच जुलाई से शुरू […]
फोटो पेज पांच पर सेव है श्री राम सेवा समिति ट्रस्ट का रजत जयंती समारोह संपन्न हावड़ा. श्री राम सेवा समिति ट्रस्ट का रजत जयंती समारोह रविवार को सलकिया स्कूल रोड स्थित बंशीधर जालान स्मृति नया मंदिर में नव दिवसीय संगीतमयी श्री राम कथा के समापन के साथ संपन्न हो गया. पांच जुलाई से शुरू इस आयोजन के समापन दिवस पर कथावाचक वाणी भूषण पं. शंभू शरण लाटा ने कहा कि अपने मुंह से अपने दान-पुण्य का बखान करने से पुण्य क्षीण होता है. अगर पुण्य को संचित रखना है तो ऐसे कार्यों को सदैव गुप्त रखें. उन्होंने कहा कि राम और रावण दोनों ही शिव के पुजारी थे लेकिन राम को विश्वास था कि बालू के शिव लिंग में भी शिव विद्यमान हैं जबकि रावण को अभिमान था कि शिव मेरे यहां अपनी पूजा करवाने आते हैं. पं. लाटा ने कहा कि अभिमानी अपने समक्ष भगवान को कुछ नहीं समझता और यही विनाश का कारण है. राम वह है जो अंगद पर भी विश्वास करता है और रावण वह है जिसे अपने भाई विभीषण पर भी विश्वास नहीं. आरती व प्रसाद वितरण के साथ आयोजन संपन्न हुआ. समापन अवसर पर गोविंद राम ढाणेवाला, घनश्याम दास गुप्ता, रतन गोयल, इंद्रसेन जिंदल, रोशनलाल अग्रवाल, राजेंद्र धनानिया, राजकुमार मित्तल, अशोक अग्रवाल, अनिल बैद, नरेश कुमार अग्रवाल सहित अन्य गणमान्य लोगों ने आशीर्वाद प्राप्त किया.