कोलकाता : जिस व्यक्ति की तलाश काफी दिनों से हो रही थी, वह आखिरकार हत्थे चढ़ ही गया. पुलिस ने नहीं, बल्कि जनता ने उसे खोज निकाला. दक्षिण 24 परगना जिले के विभिन्न इलाकों में सूर्यकिरण नामक चिटफंड कंपनी काफी दिनों से काम कर रही थी. लाखों निवेशकों ने अपनी मेहनत-मजदूरी के रुपये इस कंपनी में जमा कराये थे.
कंपनी का मुख्यालय सोनारपुर में है. सारधा मामला के प्रकाश में आने से पहले ही सूर्यकिरण चिटफंड कंपनी का मालिक सुकुमार कर्मकार गायब हो गया. एजेंट भी गायब हो गये. सूर्यकिरण के दफ्तर बंद होने लगे. इसी दौरान सारधा का मामला प्रकाश में आया, तब जाकर लोगों को एहसास हुआ कि उनका सबकुछ लुट गया है. इस मामले की पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी.
जिंदगी भर की कमाई गंवानेवाले लोग अपने स्तर पर भी कंपनी के मालिक की तलाश कर रहे थे. आखिरकार शनिवार को लोगों को सूर्यकुमार कर्मकार के बारूईपुर के मलिकपुर में होने का पता चला.
लोगों ने उस जगह को घेर लिया, जहां सुकुमार छिपा हुआ था. लोग उसकी गिरफ्तारी एवं अपने पैसे की वापसी की मांग करते हुए प्रदर्शन करने लगे. खबर तेजी से फैल गयी और सैकड़ों लोग कंपनी के सोनारपुर स्थित हेडक्वार्टर के पास जमा होकर भी प्रदर्शन करने लगे. उत्तेजित लोगों के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की भी हुई. पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों ने समझा-बुझा कर लोगों को शांत कराया.