अब सियालदह स्टेशन बना चाइल्ड फ्रेंडली (स्कैनर में फोटो है)
कोलकाता. प्रतिदिन हजारों लोगों की आवाजाही सियालदह स्टेशन पर होती है. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा काफी अहम होती है. बच्चों की गुमशुदगी और तस्करी जैसे मामलों से निबटने के लिए गुरुवार को सियालदह में चाइल्ड असिस्टेंट बूथ का निर्माण किया गया है. इस बूथ के निर्माण से सियालदह राज्य का पहला चाइल्ड फ्रेंडली स्टेशन […]
कोलकाता. प्रतिदिन हजारों लोगों की आवाजाही सियालदह स्टेशन पर होती है. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा काफी अहम होती है. बच्चों की गुमशुदगी और तस्करी जैसे मामलों से निबटने के लिए गुरुवार को सियालदह में चाइल्ड असिस्टेंट बूथ का निर्माण किया गया है. इस बूथ के निर्माण से सियालदह राज्य का पहला चाइल्ड फ्रेंडली स्टेशन बन गया है. असिस्टेंट बूथ की पेट्रोलिंग टीम सियालदह स्टेशन पर गश्त लगायेंगे, ताकि बच्चों की गुमशुदगी और तस्करी की समस्याओं से निबटा जा सके. इस बूथ का संचालन चाइल्ड इन नीड इंस्टीट्यूट (सीनी) और आरपीएफ संयुक्त रूप से करेगी. बूथ के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान राज्य की समाज कल्याण और महिला व बाल विकास मंत्री डॉ शशि पांजा, सीनी के अधिकारी राजीव हालदार समेत कई गणमान्य मौजूद रहे. सीनी के राजीव हालदार ने बताया कि देश के करीब 20 रेलवे स्टेशनों को चाइल्ड फ्रेंडली बनाये जाने की योजना है. बूथ के जरिये स्टेशन पर बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को बल मिलेगा. उन्होंने कहा कि सियालदह के बाद राज्य में न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन को चाइल्ड फ्रेंडली बनाये जाने की योजना है. कथित तौर पर इस परियोजना के लिए राज्य सरकार की ओर से सीनी को आर्थिक मदद की गयी जबकि रेलवे ने बूथ निर्मरण के लिए जगह की व्यवस्था की. सियालदह स्टेशन के अंदर बच्चों के लिए सुरक्षा जाल तैयार करने के लिए सीनी की ओर से बच्चों की सुरक्षा के लिए टीटीइ, वेंडर, हॉकरों व अन्य को भी समय-समय पर प्रशिक्षण दिये जाने की बात भी है. मंत्री शशि पांजा ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह परियोजना पूरे देश में अच्छा मॉडल के रूप में उभर सकता है.