एसइसीएल कार्यालय के स्थानांतरण के खिलाफ एकजुट पार्टियां

-केंद्रीय कोयला मंत्री को लिखा पत्रकोलकाता. कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसइसीएल) ने महानगर में स्थित अपने कार्यालय को बंद करने और यहां कार्यरत कर्मचारियों को बिलासपुर स्थित कंपनी के मुख्यालय में स्थानांतरण करने का निर्णय किया है. प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ सभी राजनीतिक पार्टियां एकजुट हो गयी हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2015 10:08 PM

-केंद्रीय कोयला मंत्री को लिखा पत्रकोलकाता. कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसइसीएल) ने महानगर में स्थित अपने कार्यालय को बंद करने और यहां कार्यरत कर्मचारियों को बिलासपुर स्थित कंपनी के मुख्यालय में स्थानांतरण करने का निर्णय किया है. प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ सभी राजनीतिक पार्टियां एकजुट हो गयी हैं. प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ विधानसभा में विपक्ष के नेता सूर्यकांत मिश्रा, कांग्रेस के संसदीय नेता मोहम्मद सोहराब ने केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है और प्रबंधन के इस फैसले को वापस लेने की मांग की है. इसके साथ ही विधानसभा में माकपा मुख्य सचेतक विश्वनाथ करक ने भी संघ को पत्र लिखा है. गौरतलब है कि प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ आगामी आंदोलन को लेकर शुक्रवार को महानगर स्थित एसईसीएल कार्यालय में ज्वायंट एक्शन कमेटी की बैठक हुई. इस बैठक में राष्ट्रीय कोल मजदूर संघ के केंद्रीय कमेटी के अध्यक्ष दिलीप गुहा मजूमदार, सीटू के श्यामल दत्ता, बुद्धदेव सामंत व शिशिर भट्टाचार्य उपस्थित रहे. बैठक के बाद राष्ट्रीय कोल मजदूर संघ के अध्यक्ष दिलीप गुहा मजूमदार ने कहा कि कोल इंडिया मुख्यालय के साथ-साथ महानगर में कई अनुषंगी कंपनियों का भी कार्यालय है, लेकिन अनुषंगी कंपनी के कर्मचारियों पर हमेशा ही यहां से स्थानांतरण के डर के साये में जीते हैं. उन्होंने प्रबंधन से इस प्रकार के फैसले नहीं लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बातें बंद होनी चाहिए. उन्होंने एसइसीएल प्रबंधन से अपना फैसला वापस लेने का आवेदन किया है. उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों को एकजुट होकर प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन करने का आह्वान किया.

Next Article

Exit mobile version