न्यूज इन नंबर्स : माओवाद प्रभावित इलाकों के विकास में मददगार है एसआइआरबी
केवल माओवादियों से निबटने के लिए ही अभियान नहीं चलाये जाते बल्कि देश में माओवादी प्रभावित इलाकों के विकास के लिए भी केंद्र सरकार और राज्यों की सरकारें संयुक्त रूप से कार्य करती हैं. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने पूरे देश में 10 स्पेशल इंडिया रिजर्व बटालियन (एसआइआरबी) के बढ़ोतरी को स्वीकृति दी […]
केवल माओवादियों से निबटने के लिए ही अभियान नहीं चलाये जाते बल्कि देश में माओवादी प्रभावित इलाकों के विकास के लिए भी केंद्र सरकार और राज्यों की सरकारें संयुक्त रूप से कार्य करती हैं. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने पूरे देश में 10 स्पेशल इंडिया रिजर्व बटालियन (एसआइआरबी) के बढ़ोतरी को स्वीकृति दी है. एसआइआरबी में दो इंजीनियरिंग और पांच सुरक्षा की टुकड़ी शामिल है. एसआइआरबी का मुख्य काम माओवाद प्रभावित इलाकों में लघु व मध्यम श्रेणी के विकास कार्यों में स्थानीय प्रशासन की मदद करना है. जैसे माओवाद प्रभावित इलाकों के गांवों में सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण कार्यों में एसआइआरबी मदद करती है. केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार छह राज्यों बिहार, ओडि़शा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड में 10 एसआइआरबी की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गयी है. राज्यों को मिली एसआइआरबी की स्वीकृति :राज्य संख्याबिहार02छत्तीसगढ़02झारखंड01ओडि़शा 03बंगाल01ंमध्य प्रदेश 01