माकपा नेता ने ममता बनर्जी को घेरा कहा- किशनजी की मौत का सच बतायें
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी के किशनजी की हत्या किये जाने के कथित दावे के बाद माकपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व तृणमूल सरकार से माओवादी नेता किशनजी की मौत के बारे में सफाई मांगी है कि उसकी हत्या की गयी या वह मुठभेड़ में मारा गया. रविवार […]
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी के किशनजी की हत्या किये जाने के कथित दावे के बाद माकपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व तृणमूल सरकार से माओवादी नेता किशनजी की मौत के बारे में सफाई मांगी है कि उसकी हत्या की गयी या वह मुठभेड़ में मारा गया. रविवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान सांसद व माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा कि सच्चई अवश्य बतायी जानी चाहिए, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस मामले में स्पष्टीकरण देना चाहिए. इस मामले को उन्होंने संसद में भी उठाने की बात कही है.
माकपा सांसद ने कहा कि अभिषेक बनर्जी मुख्यमंत्री के भतीजे हैं, साथ ही पार्टी के सांसद व उच्च पद पर आसीन भी हैं. ऐसे में उनके दावे को नजरअंदाज कैसे किया जा सकता है? उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस माओवादियों के प्रत्यक्ष समर्थन से सत्ता में आयी और जब उसकी सरकार बन गयी तब वह उसके खिलाफ हो गयी.
तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने सच्चई का बिल्कुल सही खुलासा किया है. कथित तौर पर अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि किशनजी को उनकी सरकार यानी तृणमूल सरकार ने 2011 में हत्या की. आरोप के मुताबिक इस बयान से खुलासा हुआ कि ममता बनर्जी को जब लक्ष्य हासिल हो गया तब उनकी सरकार ने इस माओवादी नेता का सफाया करने के लिए फर्जी मुठभेड़ करायी और जंगलमहल में संयुक्त सुरक्षा बलों की मौजूदगी में राज्य सरकार द्वारा सुनियोजित हत्या थी. लोगों को सटीक तथ्य जानने का पूरा हक है. भारत लोकतांत्रिक देश है. किशनजी लोगों का गुनहगार था. ऐसे में किसी का भी फर्जी मुठभेड़ होता है तो वह गलत है. देश के कानून के हिसाब से ही सजा मिलनी चाहिए.
क्या कहा था अभिषेक बनर्जी ने
ध्यान रहे कि विगत शुक्रवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिला के बेलपहाड़ी की रैली को संबोधित करते हुए कथित तौर पर तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि जब आप अखबार खोलते थे तो आपको जंगलमहल में हत्याओं की खबर ही मिलती थी लेकिन पिछले चार सालों में एक ही व्यक्ति की हत्या हुई और वह कोई दूसरा नहीं बल्कि माओवादी नेता किशनजी था, ममता बनर्जी नेतृत्व वाली सरकार ने उसे मार कर साबित कर दिया कि आने वाले दिनों में लोगों की ही चलेगी.