कोलकाता: मौसम का मिजाज बेहद कड़वा नजर आ रहा है. दुर्गा पूजा के सबसे व्यस्त व भीड़भाड़ वाले दिन अर्थात अष्टमी पर भारी वर्षा का खतरा मंडरा रहा है. बंगाल की खाड़ी पर बना हवा का निम्न दबाव चक्रवात का रुप लेता जा रहा है. मौसम विभाग के अनुसार पूजा के चार दिन अर्थात षष्टी से लेकर दशमी तक बारिश से राहत मिलने की संभावना न के बराबर है.
हालांकि मंगलवार को मौसम विभाग ने यह खुशखबरी दी थी सप्तमी व अष्टमी को बारिश होने की उम्मीद कम है. पर बुधवार को अलीपुर मौमस विभाग ने नयी भविष्यवाणी करते हुए एलान किया कि इन चारों दिनों में ही बारिश होने की संभावना है. बुधवार को भी कोलकाता एवं आसपास के इलाकों में हल्की बारिश हुई.
अलीपुर मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 10 व 11 अक्तूबर अर्थात षष्टी व सप्तमी को कोलकाता समेत राज्य भर में हल्की बारिश होगी. 12 अक्टुबर अर्थात अष्टमी को मौसम का मिजाज खतरनाक हो जायेगा, क्योंकि उसी दिन रात में चक्रवात ओड़िशा व आंध्र प्रदेश तक पहुंच जायेगा. फिलहाल यह चक्रवात अभी पश्चिम बंगाल से सौ किलोमीटर दूर है. चक्रवात के कारण 170-180 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी. इस चक्रवात का राज्य पर कितना असर पड़ेगा, फिलहाल मौसम विभाग इस के बारे में बता पाने में सक्षम नहीं है, पर इतना साफ है कि चक्रवात के प्रभाव से अष्टमी को राज्य के तटीय इलाकों में भारी बारिश होगी.
मेदिनीपुर के कांथी, दीघा एवं दक्षिण 24 परगना के कैनिंग, डायमंड हार्बर इत्यादि इलाकों में सबसे अधिक बारिश होगी. बारिश के साथ तेज हवा भी चलेगी. दशमी अर्थात 13 अक्तूबर को भी राज्य के कई इलाकों में बारिश होगी. मौसम की स्थिति को देखते हुए राज्य व केंद्र सरकार को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. राज्य के तटीय इलाकों में सतर्कता जारी कर दी गयी है. मछुआरों को समुद्र में जाने से मना कर दिया गया है. बुधवार को जो मछुआरे मछली पकड़ने के लिए समुद्र में जा चुके थे, उन्हें भी फौरन वापसी की हिदायत प्रशासन द्वारा दे दी गयी है. इसके साथ ही डिजास्टर मैनेजमेंट यूनिट को भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.