हेरिटेज इमारतों के लिए ऑनलाइन अभियान

कोलकाता. महानगर की हेरिटेज इमारतों की रक्षा के लिए कानून में बदलाव की मांग करने वाले उपन्यासकार अमित चौधरी ने अब इन इमारतों की हिफाजत के लिए ऑनलाइन अभियान आरंभ किया है. महानगर में हेरिटेज इमारतें माफिया की बलि चढ़ती जा रही हैं. उत्तर कोलकाता की काफी हेरिटेज इमारतें देखभाल के अभाव में खंडहर बन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2015 1:21 AM
कोलकाता. महानगर की हेरिटेज इमारतों की रक्षा के लिए कानून में बदलाव की मांग करने वाले उपन्यासकार अमित चौधरी ने अब इन इमारतों की हिफाजत के लिए ऑनलाइन अभियान आरंभ किया है. महानगर में हेरिटेज इमारतें माफिया की बलि चढ़ती जा रही हैं. उत्तर कोलकाता की काफी हेरिटेज इमारतें देखभाल के अभाव में खंडहर बन चुकी हैं. कुछ को बिल्डिंग माफियाओं ने तोड़ कर कंक्रीट का जंगल बना दिया है तो कुछ इमारतें ढहने के कगार पर हैं.

यूरोपीय व बंगाली निर्माण कला के संगम इन पुरानी इमारतों के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता अमित चौधरी द्वारा शुरू किये गये आवाज डॉट ओआरजी नामक इस ऑनलाइन अभियान को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. अब तक सैकड़ों लोग इस अभियान में शामिल हो चुके हैं. श्री चौधरी का कहना है कि यह अभियान केवल कोलकाता की विरासत की हिफाजत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका दायरा उससे काफी बढ़ कर है. श्री चौधरी का कहना है कि वह महानगर की इन पुरानी इमारतों के प्रशंसक हैं.

यह केवल औपनिवेशिक विरासत की पहचान नहीं है, बल्कि शहर भर में ऐसे काफी निर्माण हैं, जिन्हें अतीत में शिक्षित मध्यम वर्ग ने तैयार करवाया था. यह शानदार वास्तुकला कोलकाता की तसवीर को एक नया रूप देते हैं. 90 के दशक में रियल इस्टेट व्यवसाय में आये उछाल के बाद प्रमोटरों की नजर इन पुरानी इमारतों पर पड़ीं. उन्हें इसके शानदार वास्तुकला से नहीं, बल्कि मुनाफा कमाना से मतलब था. इसलिए उन्होंने बेदर्दी के साथ इन इमारतों को ढाह कर बहुमंजिली इमारतों का निर्माण करवाना शुरू कर दिया. श्री चौधरी का कहना है कि हेरिटेज इमारतों की रक्षा के लिए महानगर में कोई उपयुक्त कानून भी नहीं है.

वेस्ट बंगाल हेरिटेज कमिशन एवं कोलकाता नगर निगम की हेरिटेज कमेटी के पास कुछ करने के लिए कोई खास अधिकार नहीं है, जबकि इन विरासतों की रक्षा के लिए इन संस्थाओं को ताकतवर बनाने की जरूरत है. श्री चौधरी के इस अभियान का समर्थन करते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन एक पत्र लिख कर महानगर की हेरिटेज इमारतों की रक्षा का आह्वान किया है. शिक्षाविद व तृणमूल सांसद प्रो. सौगत बोस एवं मशहूर पेंटर व तृणमूल सांसद जोगेन चौधरी ने भी इस अभियान के प्रति समर्थन जताते हुए हस्ताक्षर किया है.

Next Article

Exit mobile version