बीजीपी व बीएसएफ का सम्मेलन कल
कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (भारत) और बीजीबी (बांग्लादेश) के महानिदेशकों के बीच दो अगस्त से सात अगस्त तक ‘सीमा सुरक्षा बल’, सीजीओ कंप्लेक्स, लोधी रोड, नयी दिल्ली स्थित बीएसएफ के मुख्यालय में महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन (2015) होगा. छह दिनों तक चलने वाले, दो राष्ट्रों के सीमा रक्षक बलों के इस महत्वपूर्ण सम्मेलन […]
कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (भारत) और बीजीबी (बांग्लादेश) के महानिदेशकों के बीच दो अगस्त से सात अगस्त तक ‘सीमा सुरक्षा बल’, सीजीओ कंप्लेक्स, लोधी रोड, नयी दिल्ली स्थित बीएसएफ के मुख्यालय में महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन (2015) होगा.
छह दिनों तक चलने वाले, दो राष्ट्रों के सीमा रक्षक बलों के इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के मेजर जनरल अजीज अहमद (पीएससी, महानिदेशक) अपने 22 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ तथा महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल (भारतीय पुलिस सेवा) देवेंद्र कुमार पाठक अपने 24 सदस्यीय टीम के साथ भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. पहले दिन की बैठक में सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों सहित गृह मंत्रलय, सर्वे ऑफ इंडिया और विदेश मंत्रलय (एमइए), एनआइए के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. सम्मेलन में सीमा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर व्यापक परिचर्चा तो होगी ही, इसके साथ ही इन दोनों सीमा रक्षक बलों के बीच बेहतर तालमेल की संभावनाएं भी तलाशी जायेंगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश दौरे के बाद यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है. इस दौरे के दौरान बीजीबी के महानिदेशक, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी भेंट करेंगे. इससे पहले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डरर्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन का आयोजन दिसंबर 2014 को ढाका में हुआ था.
उल्लेखनीय है कि सीमा प्राधिकरणों हेतु भारत-बांग्लादेश के संयुक्त दिशा-निर्देश 1975 की परिकल्पना, जिसमें इस बात पर जोर था कि दो पड़ोसी देशों के सीमाओं के तात्कालिक सीमावर्ती प्रशासनिक मुद्दों को सुलझाने और उस पर चर्चा के लिये सीमा रक्षक बलों में परस्पर संवाद अत्यावश्यक है.
इसी परिकल्पना को साकार करने के लिये 2दिसंबर 1975 कोलकाता में सीमा सुरक्षा बल के तत्कालीन महानिदेशक अश्विनी कुमार के नेतृत्व में सीमा सुरक्षा बल के प्रतिनिधिमंडल तथा मेजर जनरल काजी गुलाम दस्तगीर, तत्कालीन महानिदेशक बंगलादेश रायफल्स (अब बीजीबी) के प्रतिनिधित्व में बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल के बीच तत्कालीन सीमा समस्याओं पर बातचीत हुई थी. तब से दोनों ही बलों के महानिदेशक स्तर का यह सम्मेलन वर्ष में एक बार (बारी-बारी) से एक वर्ष भारत में तो दूसरी बार बांग्लादेश में आयोजित किया जाने लगा.