कई दिनों से हो रही मूसलधार बारिश और बंगाल की खाड़ी में आये चक्रवात ‘कोमेन’ के कारण पूर्व से उत्तर और पूर्वोत्तर तक बाढ़ ने कहर बरपा किया है. 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. पश्चिम बंगाल में 39 लोगों की मौत हुई है. 200 साल की सबसे भीषण बाढ़ ङोल रहे मणिपुर में भू-स्खलन ने 21 लोगों की जान ले ली.
कोलकाता : बंगाल की खाड़ी में आये चक्रवाती तूफान ‘कोमेन’ ने पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में भीषण तबाही मचायी है. राज्य में 39 लोगों की मौत हो चुकी है. 12 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
कोलकाता में पिछले 24 घंटों में 133.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. शहर के निचले हिस्सों में सड़के लबालब होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. शुक्रवार से हो रही बारिश के कारण हावड़ा, सियालदह और कोलकाता स्टेशन पर पानी जमा होने से ट्रेन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं. रेलवे ट्रैक पर जलजमाव से 56 लोकल ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है.
कोलकाता और हावड़ा के कई इलाकों में सड़क पर जलजमाव के चलते नाव चलानी पड़ी. मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटे तक बारिश से राहत की उम्मीद नहीं है. तटीय इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना जतायी गयी है. मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह भी दी गयी है.
नदिया जिले में बाढ़ से चार लोगों की मौत हुई है. पश्चिम मेदिनीपुर जिले में पांच दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण जिले के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गये हैं.तेज बारिश के दौरान वज्रपात की चपेट में तीन लोगों की मौत हो गयी.
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि राज्य के 12 जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. 2.1 लाख हेक्टेयर फसल नष्ट हो गयी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने 946 राहत शिविर लगाये हैं, जहां 1.26 लाख लोगों को रखा गया है. राज्य में प्राकृतिक आपदा से अबतक 39 लोगों की मौत हुई है.
मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राहत सामग्री प्रभावित लोगों तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. इस हालात में कोई अवरोध या बंद नहीं करे तो बेहतर है.
शनिवार को मुख्यमंत्री ने हावड़ा के उदयनारायणपुर सहित विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर हालात जायजा लिया. भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए रविवार को मुख्य सचिव संजय मित्र उच्चस्तरीय बैठक करेंगे. उधर, मौसम विभाग के निदेशक जीसी देवनाथ ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 133.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की है.
चक्रवात ‘कोमेन ’ गुरुवार को बांग्लादेश पहुंचा था. यह कमजोर होकर विक्षोभ में बदल गया है. दक्षिण बंगाल के हावड़ा, दक्षिण 24 परगना, हुगली, मुर्शिदाबाद, बीरभूम, नदिया और पूर्व मेदिनीपुर में बाढ़ जैसे हालात हैं. यहां पिछले कुछ दिनों में लगातार बारिश हो रही है.
ट्रेन सेवाएं चरमरायी
भारी बारिश ने रेल परिचालन को बुरी तरह प्रभावित किया. सियालदह रेल मंडल में 56 से ज्यादा लोकल और पांच मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द करना पड़ा. सबसे बुरी स्थिति कोलकाता स्टेशन की रही, जहां प्लेटफॉर्म में रेल ट्रैक पर पानी जमा हो जाने के कारण राधीकापुर-कोलकाता एक्सप्रेस, पटना-कोलकाता गरीब रथ एक्सप्रेस और गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस को कोलकाता के बजाय सियालदह स्टेशन पर लाना पड़ा.सुबह 10.30 बजे तक कोलकाता आने वाली सभी ट्रेनों को सियालदह स्टेशन ही ला कर समाप्त किया गया.
मंडल के सियालदह-कैनिंग सेक्शन में चंपाहॉटी स्टेशन के पास ट्रैक पर पानी जमा हो जाने के कारण इस सेक्शन पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया. लालगोला-हजारदुआरी कोलकाता एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया. पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक आर के गुप्ता सुबह सियालदह और कोलकाता स्टेशन का दौरा करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिया.
सियालदह मंडल प्रबंधक जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि शुक्रवार से हो रही लगातार बारिश के कारण मंडल के कई सेक्शन में पानी भर गया है. स्थिति को देखते हुई रविवार को सियालदह से रवाना होने वाली 150 लोकल ट्रेनों को नियंत्रित किया जायेगा. वरिष्ठ अधिकारी मंडल की पल-पल की स्थिति पर नजर रखे हुए. हर परिस्थिति से निपटने के लिए हम तैयार हैं.
दक्षिण पूर्व रेलवे के हावड़ा स्टेशन के पास टिकियापड़ा और सांतरागाछी यार्ड में पानी भर जाने के कारण हावड़ा स्टेशन के न्यू कॉम्प्लेक्स से रवाना होने वाली इस्ट कोस्ट एक्सप्रेस सुबह 11.45 बजे के बजाय दोपहर 1.50 बजे जबकि मुंबई-गीतांजलि एक्सप्रेस दोपहर 1.50 के बजाय 3.50 बजे रवाना हुई. इसके साथ ही हावड़ा स्टेशन से रवाना होने वाली हावड़ा-पुरी धौली एक्सप्रेस, बोरबील जनशताब्दी एक्सप्रेस, दीघा एक्सप्रेस,इस्पात एक्सप्रेस,फलकनामा एक्सप्रेस और हावड़ा-दुरंतो एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से काफी देरी से रवाना हुईं. इस दौरान 384909/38424 पासकुंडा इएमयू लोकल, 38411/38426 हावड़ा-पासकुंडा इएमयू लोकल, 38105/38106 हावड़ा-उलूबेड़िया इएमयू लोकल, 38601/38602 हावड़ा-कोलाघाट इएमयू लोकल, 38303/38314 हावड़ा-मेछेदा इएमयू को रद्द कर दिया गया.
इसके साथ ही बगनान-हावड़ा इएमयू लोकल, आमता-हावड़ा इएमयू लोकल, खड़गपुर-हावड़ा इएमयू लोकल, 38908 आमता-हावड़ा इएमयू लोकल, 38706 खड़गपुर-हावड़ा इएमयू लोकल, जलेश्वर-हावड़ा इएमयू पैसेंजर, पासकुंड़ा-हावड़ा इएमयू लोकल, भद्रक-हावड़ा पैसेंजर और आद्रा-हावड़ा पैसेंजर हावड़ा स्टेशन ना आकर सांतरागाछी स्टेशन पर ही समाप्त हो गयी. इस दौरान हावड़ा-मेदिनीपुर इएमयू लोकल और हावड़ा- खड़गपुर इएमयू लोकल ट्रेन हावड़ा स्टेशन के बजाय सांतरागाछी स्टेशन से रवाना हुई.
गरियाहाट में जजर्र मकान गिरा, एक की मौत
कोलकाता : गरियाहाट में हिंदुस्तान पार्क के पास शनिवार शाम एक जजर्र मकान के धराशायी होने से अमिताभ कर नाम के व्यक्ति की मौत हो गयी. घटना की सूचना पाकर दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और गंभीर रूप से घायल हालात में कर को एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
मणिपुर में भू-स्खलन, 21 लोगों की मौत
दो सौ वर्ष की सबसे भीषण तबाही ङोल रहे मणिपुर में शनिवार को म्यांमार सीमा के निकट हुए भू-स्खलन में 21 लोगों की मौत हो गयी. थाउबल जिला जलमग्न है. चंदेल जिले के कुछ भाग भी बाढ़ में डूब गये हैं. दो सप्ताह से हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है.
मौसम विभाग ने आनेवाले चार दिन तक बारिश की चेतावनी जारी की है. प्रभावित क्षेत्र से लोगों को निकाला जा रहा है. सेना लोगों की हरसंभव मदद दे रही है. इंफाल में बाढ़ का असर नहीं है. लेकिन, फसलों को भारी नुकसान हुआ है. मत्स्यपालन, सुअर पालन और पोल्ट्री कारोबार भी प्रभावित हुआ है. बाजार जलमग्न हैं, तीन दिन से बाजार और दुकानें बंद हैं.