दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी

कोलकाता. कोटा के तहत यादवपुर विश्वविद्यालय में दाखिला दिलाने के नाम पर बिहार व झारखंड के दो छात्रों के अभिभावकों से पांच लाख रुपये ठग लिये गये. ठगी के शिकार दोनों छात्रों के पिता को इसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने इसकी शिकायत यादवपुर थाने में दर्ज करायी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पहले शिकायतकर्ता का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2015 2:02 AM
कोलकाता. कोटा के तहत यादवपुर विश्वविद्यालय में दाखिला दिलाने के नाम पर बिहार व झारखंड के दो छात्रों के अभिभावकों से पांच लाख रुपये ठग लिये गये. ठगी के शिकार दोनों छात्रों के पिता को इसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने इसकी शिकायत यादवपुर थाने में दर्ज करायी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पहले शिकायतकर्ता का नाम सनातन कुमार है. वह झारखंड के बोकारो के कथरा के रहने वाले है. जबकि दूसरे शिकायतकर्ता का नाम प्रफुल्ल कुमार मिश्र है. वह बिहार के सहरसा के रहने वाले है. झारखंड के निवासी सनातन कुमार ने शिकायत में उनके बेटे के दाखिले के नाम पर उनके पास से दो लाख रुपये जबकि बिहार के निवासी प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने उनके पास से तीन लाख रुपये लिये जाने की बात कही.
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि ज्वायंट का रिजल्ट निकलने के बाद उनके बेटों के मोबाइल में एक मैसेज आया था. इसमें कोटा के तहत दोनों को उनके मनचाहे कोर्स में दाखिला दिला देने की बात कही गयी थी. इसके बाद इन लोगों ने मैसेज भेजने वाले से संपर्क किया. जवाब में उन लोगों ने कहा कि महानगर आने के बाद विचार विमर्श कर इनके बेटों को दाखिला दिला दिया जायेगा. कहे मुताबिक दोनों छात्रों के परिवार अलग-अलग समय पर महानगर पहुंचे. शिकायत में बिहार के सहरसा निवासी प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने बताया कि उनका बेटा कंप्यूटर साइंस लेकर पढ़ना चाहता था.
महानगर आकर इन लोगों से मिलने पर पता चला कि तीन लाख रुपये देने पर बेटे को स्पोर्ट्स कोटा के तहत दाखिला मिल जायेगा. इसके बाद यादवपुर विश्वविद्यालय परिसर के अंदर उनके बेटे से फॉर्म भरवा कर इन लोगों से तीन लाख रुपये ठग लिये गये. इसके बाद कुछ कागजात इन्हें दिया गया, जो कि बाद में जांच करने पर नकली निकला.
वहीं झारखंड के बोकारो के निवासी सनातन कुमार ने शिकायत में बताया कि उनका बेटा बी.टेक की पढ़ाई करने पढ़ना चाहता था. इन लोगों ने उसे 27 जुलाई को यादवपुर विश्वविद्यालय बुलाया. मैनेजमेंट कोटा के तहत दाखिला दिला देने के नाम पर उन युवकों ने इनसे फॉर्म भरवा कर उनसे दो लाख रुपये वसूल लिये. बदमाशों ने एक कागजात उन्हें भी दिये. विश्वविद्यालय जाकर उन कागजातों का पता लगाने के लिए जब वे गये तो सभी कागजात नकली निकला. इसके बाद दोनों ने इसकी शिकायत यादवपुर थाने में दर्ज करायी. प्राथमिक जांच में पुलिस को संदेह है कि ठगी के आरोपी युवक आसपास के इलाके में रहते होंगे, इसके कारण उन्हें यादवपुर विश्वविद्यालय के अंदर की पूरी जानकारी थी. मामले की जांच जारी है, हालांकि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. आरोपियों की शिनाख्त के लिए विश्वविद्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद ली जा रही है.

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