पांच शिकारी गिरफ्तार

विरल प्रजाति की मत्स्य बिल्लियों का शिकार पश्चिम बंगाल का स्टेट एनिमल है मत्स्य बिल्ली फेसबुक पर पोस्ट तसवीर से हुआ खुलासा हावड़ा : जंगली बिल्लियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में से एक व मत्स्य बिल्ली (फिशिंग कैट) का शिकार करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के नाम लव मंडी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2015 2:44 AM
विरल प्रजाति की मत्स्य बिल्लियों का शिकार
पश्चिम बंगाल का स्टेट एनिमल है मत्स्य बिल्ली
फेसबुक पर पोस्ट तसवीर से हुआ खुलासा
हावड़ा : जंगली बिल्लियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में से एक व मत्स्य बिल्ली (फिशिंग कैट) का शिकार करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के नाम लव मंडी, विजय हेंब्रम, कार्तिक सोरेन, नपू बेद्रा व गोजू पित्तू हैं. पांचों ग्रामीण हावड़ा के जगतबल्लभपुर थाना अंतर्गत खरदा गांव के निवासी हैं. मत्स्य बिलार पश्चिम बंगाल का राज्य पशु भी है.
दक्षिण एशिया में पायी जानेवाली इस दुर्लभ प्रजाति की बिल्ली की संख्या तेजी से घट रही है. यही कारण है कि इसे विलुप्तप्राय प्रजाति की श्रेणी में रखा गया है. उसे मारना या शिकार करना गैरकानूनी है. ग्रामीण हावड़ा में ऐसी बिल्लियां सीमित संख्या में पायी जाती हैं. गांव के लोगों पर इन बिल्लियों का शिकार करने का आरोप है. पुलिस को इसकी जानकारी सोशल साइट फेसबुक पर की गयी एक पोस्ट से मिली.
जानकारी के अनुसार, हलाल अहमद के फेसबुक अकाउंट पर पिछले दिनों मत्स्य बिल्ली का शिकार करने से संबंधित फोटो पोस्ट की गयी थी. इसकी जानकारी वन विभाग को मिली. इसके बाद वन विभाग की ओर से कई दिनों तक गांव में आरोपियों की धर-पकड़ के लिए तलाशी अभियान चलाया गया. बुधवार को पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
किसे कहते हैं मत्स्य बिल्ली
मछली पकड़ने की स्वभाव व विशेष खासियत के कारण मत्स्य बिल्ली का नाम पड़ा है. अपने भोजन के लिए मछलियों पर निर्भर ये बिल्लियां मुख्यत: जलाशय व जल प्रपातों के किनारे व संलग्न इलाकों में पायी जाती हैं.
इन बिल्लियों का आकार आम बिल्लियों के मुकाबले दोगुना होता है. मटमैले व काले रंग की धारियों के कारण ये आम बिल्लियों से अलग दिखती हैं. मत्स्य बिल्ली संरक्षित प्रजाति के तौर पर घोषित है.

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