महानगर की निकासी व्यवस्था हुई बेहतर : सुब्रत
कोलकाता. राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने महानगर की निकासी व्यवस्था की दिल खोल कर सराहना की है. बालीगंज पैलेस इलाके में नयी निकासी लाइन के उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए श्री मुखर्जी ने कहा कि वाम मोरचा ने अपने 34 वर्षों के शासनकाल में निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कुछ […]
कोलकाता. राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने महानगर की निकासी व्यवस्था की दिल खोल कर सराहना की है. बालीगंज पैलेस इलाके में नयी निकासी लाइन के उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए श्री मुखर्जी ने कहा कि वाम मोरचा ने अपने 34 वर्षों के शासनकाल में निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कुछ भी नहीं किया, जिसकी वजह से शहर की निकासी व्यवस्था बुरी तरह बदहाल हो गयी थी.
थोड़ी सी बारिश होते ही बालीगंज पैलेस जैसे इलाके में पानी जमा हो जाता था आैर सदर्न समिति का और ही बुरा हाल था. पर, अब स्थिति बदल गयी है. तृणमूल बोर्ड ने आधुनिक तकनीक व पद्धति का सहारा लेकर शहर की निकासी व्यवस्था का चेहरा ही बदल दिया है.
भारी बारिश होने पर भी अब पानी जमा नहीं होता है और जल्द ही निकल जाता है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दमकल मंत्री जावेद अहमद खान ने कहा कि पिछली वाम मोरचा सरकार ने शहर की पुरानी निकासी व्यवस्था को नया रूप देने का कोई प्रयास नहीं किया. निगम में भी जब तक वाम मोरचा का शासन रहा, उसने भी कुछ नहीं किया. वर्ष 2000 में जब पहली बार तृणमूल कांग्रेस निगम में सत्ता में आयी थी, तब तत्कालीन मेयर सुब्रत मुखर्जी ने शहर की निकासी व्यवस्था को नया रूप देने की योजना बनायी थी. आज शहर की निकासी व्यवस्था एक नया रूप ले चुकी है.
मेयर शोभन चटर्जी ने कहा कि रासबिहारी एवेन्यू और आसपास की लगभग पांच किलोमीटर लंबी इस पुरानी निकासी लाइन को नया रूप दिया गया है. पहले खर्च का अनुमान 430 करोड़ रुपये लगाये गया था, लेकिन काम पूरा होते-होते इस परियोजना पर 530 करोड़ रुपये खर्च हो गये. एक समय इस परियोजना को लेकर काफी वि वाद हुआ था, लेकिन तमाम समस्याआें के बावजूद आज काम पूरा हो चुका है. मेयर ने दावा किया कि दिल्ली व मुंबई के मुकाबले कोलकाता की निकासी व्यवस्था अधिक बेहतर है. उन्हाेंने मजाकिया अंदाज में कहा कि जहां दिल्ली व मुंबई रो रहे हैं, वहीं कोलकाता हंस रहा है. कार्यक्रम में मेयर परिषद सदस्य देवाशीष कुमार भी मौजूद थे