वाकआउट की भेंट चढ़ा विधानसभा का सत्र
कोलकाता. कांग्रेस व वाममोरचा विधायकों के वाकआउट के बीच विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि चार दिनों के सत्र के दौरान आठ विधेयक पारित किये गये. सबसे महत्वपूर्ण है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र की गोपनीय फाइलों को विधानसभा के […]
कोलकाता. कांग्रेस व वाममोरचा विधायकों के वाकआउट के बीच विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि चार दिनों के सत्र के दौरान आठ विधेयक पारित किये गये. सबसे महत्वपूर्ण है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र की गोपनीय फाइलों को विधानसभा के पटल पर रखा, जबकि इसके पहले विधानसभा में वाममोरचा के शासन में 1998 में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दिल्ली गया था तथा केंद्र सरकार से इन फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग की थी, जबकि उस समय शासन में फॉरवर्ड ब्लॉक भी शामिल था.
सबंग मामले को लेकर कांग्रेस का वाकआउट
कांग्रेस ने सबंग के रजनीकांत महाविद्यालय में छात्र परिषद के नेता की हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग व इस मामले में गिरफ्तार छात्र परिषद कार्यकर्ता अनुपम आदक को मिदनीपुर जेल से कोलकाता के जेल में स्थानांतरित करने के विरोध में विधानसभा से वाकआउट किया.
विधानसभा में कांग्रेस के विधायक दल के नेता मोहम्मद सोहराब ने कहा कि बिना कोर्ट के आदेश के छात्र परिषद के नेता का स्थानांतरण अन्य जेल में कर दिया गया, ताकि उससे कुछ भी लिखाया जा सके. कांग्रेस विधायक डॉ मानस रंजन भुइयां ने कहा कि पुलिस की मदद से लोगों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है. अध्यक्ष भी सरकार के खिलाफ विरोधी दल को कुछ भी बोलने देना नहीं चाहते हैं. विधायकों के अधिकारों का हनन हो रहा है.