कोलकाता. लालबाजार अभियान के दौरान बुधवार को माकपा समर्थकों पर लाठीचार्ज किये जाने को लेकर अपनी किरकिरी होने के बाद शुक्रवार को लालबाजार में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर अपना पक्ष रखा. इसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटना के संबंध में अपनी सफाई दी.
संवाददाता सम्मेलन में कोलकाता पुलिस के विशेष अतिरिक्त व संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) राजीव मिश्रा, ज्वाइंट सीपी (ट्रैफिक) सुप्रतीम सरकार और डीसी (सेंट्रल कोलकाता) वास्तव वैद्य मौजूद थे. इस दौरान राजीव मिश्रा ने कहा कि माकपा समर्थकों के पथराव से बचने के लिए ही पुलिस ने अपनी कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि माकपा समर्थकों ने पुलिस को लक्ष्य कर सड़े अंडे, सड़ा टमाटर व सड़ी मौसमी फेंकी.
इसके अलावा कई जगहों पर पुलिस कर्मियों पर दलीय झंडा के डंडे से प्रहार किया गया. इससे बचने के लिए पुलिस ने कारगर कदम उठाये. अपने बयान को सच साबित करने के लिए लालबाजार में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कुछ वीडियो दिखाये, हालांकि उस वीडियो में बहुत कुछ पुलिस के दावे से विपरीत थे. वीडियो देखने के बाद जब संवाददाताओं ने पुलिस के दावे पर कई सवाल किये तो अधिकारी जवाब देने से कतराने लगे. विपक्ष के नेताओं का आरोप है कि घटना के दिन पुलिस सत्ता पक्ष के कैडर की भूमिका में नजर आयी.
क्या कहा पुलिस ने
1. माकपा समर्थकों ने पुलिस को लक्ष्य कर पत्थर व अंडे फेंके
2. समर्थक सड़क किनारे बना एक सीमेंट का स्लैब तोड़ कर नुकसान पहुंचा रहे थे
3. समर्थकों पर लाठीचार्ज नहीं किया गया, उन्हें हटाया गया
4. महिला समर्थकों के लिए महिला पुलिस को किया गया था तैनात
5. हमले में पुलिस के 15 कर्मचारी व पांच महिला कर्मचारी घायल हुए
6. घटना को काबू में करने के लिए उचित कदम उठाया गया
क्या दिखा वीडियो में
1. फुटेज में समर्थक बैरिकेड को धक्का देकर आगे बढ़ने की कोशिश करते दिखे
2. सीमेंट का स्लैब तोड़ते नहीं दिखा कोई समर्थक
3. बैरिकेड के करीब समर्थकों के पहुंचते ही पुलिस ने शुरू किया लाठीचार्ज
4. किसी भी महिला समर्थक से निबटते महिला पुलिस को नहीं देखा गया
5. पुलिस के फुटेज में सिर्फ माकपा समर्थक ही दिखे जख्मी
6. सड़क पर खड़ी माकपा की खाली गाड़ी में पुलिस वाले कर रहे थे तोड़फोड़