तृणमूल का असली चेहरा सुशांत ने किया बेनकाब : राहुल

कोलकाता. राज्य के चुनाव आयुक्त के पद से सुशांत उपाध्याय के इस्तीफा देने को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने एक साहसी कदम बताया है. उनका कहना है कि सुशांत तृणमूल नेताओं के दबाव के आगे नतमस्तक नहीं हुए, यह एक वीरता का काम है. मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में राहुल सिन्हा ने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2015 7:01 AM
कोलकाता. राज्य के चुनाव आयुक्त के पद से सुशांत उपाध्याय के इस्तीफा देने को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने एक साहसी कदम बताया है. उनका कहना है कि सुशांत तृणमूल नेताओं के दबाव के आगे नतमस्तक नहीं हुए, यह एक वीरता का काम है.
मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में राहुल सिन्हा ने कहा कि सुशांत के इस्तीफे से तृणमूल का असली चेहरा बेनकाब हो गया है. सोमवार को राज्य चुनाव आयुक्त के दफ्तर के बाहर धरना देने के बाद तृणमूल के वरिष्ठ नेता व मंत्री सुशांत उपाध्याय से मिलने पहुंचे थे. इस दौरान मंत्री व नेताओं की बातों से सुशांत मानसिक रूप से आहत हुए थे.
तृणमूल नेताओं के बरताव से निराश होकर उन्होंने इस्तीफा देने का निर्णय लिया. नये अस्थायी चुनाव आयुक्त बने आलापण बनर्जी को लेकर श्री सिन्हा ने कहा कि वह एक आइएएस अधिकारी हैं. इसके कारण उनसे आशा है कि वह संविधान के साथ रह कर संविधान के मुताबिक कार्य करेंगे. किसी भी बड़े फैसले के पहले सर्वदलीय बैठक कर राजनीतिक दल के सदस्यों से सलाह जरूर लेंगे.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सूत्रों से पता चला है कि दो दिनों पहले राज्य चुनाव आयुक्त रहे सुशांत उपाध्याय ने मतगणना स्थगित रखने का लिखित निर्देश दिया था, लेकिन सोमवार को उन्होंने नौ अक्तूबर को मतगणना कराने का एलान किया था, लेकिन इसका लिखित निर्देश नहीं दिया गया था. ऐसी स्थिति में उनके इस्तीफे के बाद पहले के लिखित निर्देश को ही माना जायेगा. नये अस्थायी मुख्य चुनाव आयुक्त को कोई नया फैसला लेने का अधिकार नहीं है. इसके कारण उम्मीद है कि वह मतगणना स्थगित रखने के पहले का लिखित निर्देश को ही जारी रखेंगे.

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