दक्षता की होगी जांच

आसनसोल : अब कोयला अधिकारियों की दक्षता (कम्पीटेंसी) का आकलन होगा. इसके लिए परफारमेंस मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) तैयार किया गया है. कोल इंडिया प्रबंधन ने इसे लागू करने का निर्देश जारी कर दिया है. कोल इंडिया की आनुषांगिक कोयला कंपनियों के कार्मिक निदेशकों की मीट में यह जानकारी दी गयी. कोल इंडिया में कुल 24000 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2013 3:39 AM

आसनसोल : अब कोयला अधिकारियों की दक्षता (कम्पीटेंसी) का आकलन होगा. इसके लिए परफारमेंस मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) तैयार किया गया है. कोल इंडिया प्रबंधन ने इसे लागू करने का निर्देश जारी कर दिया है.

कोल इंडिया की आनुषांगिक कोयला कंपनियों के कार्मिक निदेशकों की मीट में यह जानकारी दी गयी. कोल इंडिया में कुल 24000 अधिकारी हैं.

क्या है पीएमएस

कोल अधिकारियों के प्रदर्शन का आकलन उनके कंट्रोलिंग ऑफिसर करेंगे. इसके लिए फार्मेट तैयार किया जा रहा है. उसमें पूरा ब्योरा भर कर देना होगा. इसके आधार पर ही अधिकारियों की ग्रेडिंग तय होगी. ग्रेडिंग का लाभ उन्हें प्रमोशन के वक्त मिलेगा.

मैनुअल लागू होगा

इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के कार्मिक निदेशक एसके श्रीवास्तव के अनुसारतीन माह के अंदर कोयला अधिकारियों के लिए एचआर मैनुअल लागू कर दिया जायेगा. इसी के आधार पर रिक्रूटमेंट, प्लेसमेंट, मैनपावर प्लानिंग होगी. मैनपावर को प्रोडक्शन से भी लिंक्ड किया जा रहा है. यानी कितने इंजीनियर, कितने एचआर उपलब्ध कराये जायेंगे इसका पैमाना प्रोडक्शन होगा.

कई अन्य मुद्दे भी उठे

डीपी मीट में कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई. ग्रुप ग्रेच्युटी स्कीम को लागू करने पर जोर दिया गया. कहा गया कि इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा मजदूरों को जानकारी दी जाये. सीएसआर पेंशन फंड पर भी विचार किया गया. कंपनी के स्कूलों में एनसीसी लागू करने पर भी मुहर लग गयी है.

सीएसआर पेंशन फंड को भी बढ़ाने पर विचार हुआ. पेंशन फंड का मामला सीएमपीएफ ट्रस्टी बोर्ड की बैठक में भी उठाया जा चुका है. प्रबंधन इसे लेकर गंभीर है. जेबीसीसीआइ स्टैंडराइजेशन कमेटी में भी इस पर चर्चा होगी.

नहीं लगा ट्रांसफारमर विरोध आज

चिनाकुड़ी. पंद्रह दिन बीत जाने के बाद भी चिनाकुड़ी 1/2 नंबर में ट्रांसफारमर नहीं लगाया गया है. सोमवार को अधिकारी के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय निवासियों ने लिया है. दुर्गापूजा के एक सप्ताह पहले ट्रांसफारमर जल गया था. कम क्षमता का ट्रांसफारमर लगाने के दो दिन के बाद वह भी जल गया. प्रबंधन का कहना है कि लोड अधिक रहने के कारण ट्रांसफारमर जल रहा है.

हीटर का उपयोग रोका जाये. श्रमिकों ने कहा कि आश्वासन देने के बाद भी ट्रांसफारमर नहीं लगाया गया. सोमवार को अधिकारियों के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. स्थानीय पार्षद से भी इस संबंध में गुहार लगायी गयी थी.

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