कोलकाता: दुनिया की सबसे बड़ी दुर्गा प्रतिमा का दर्शन करने की उम्मीद संजोय श्रद्धालुओं को निराश होना पड़ेगा. सोमवार को षष्ठी के अवसर पर पुिलस ने साफ कह दिया कि देशप्रिय पार्क में स्थापित 88 फीट ऊंची दुर्गा प्रतिमा का दर्शन करने की इजाजत नहीं दी जायेगी. मंडप में देवी की पूजा तो हो रही है, लेकिन दर्शनार्थी पार्क में प्रवेश नहीं कर पायेंगे. लोगों की सुरक्षा का हवाला देकर पुलिन ने पार्क में प्रवेश बंद कर दिया है.
यह आदेश पूजा के दौरान जारी रहेगा. दुर्गापूजा में पुिलस का प्रयास रहता है िक दर्शनार्थी सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से पंडालों में मां दुर्गा का दर्शन कर सकें, लेकिन देशप्रिय पार्क में पुिलस अलग भूमिका में नजर आयी. पुिलस ने वह सभी जतन किये, जिससे लोग यहां दुर्गा प्रतिमा का दर्शन नहीं कर सकें. प्रतिमा पर कपड़े का आवरण कर िदया गया है. पार्क की बाउंड्री पर भी परदा कर िदया गया है, ताकि कहीं से लोगों को प्रतिमा दर्शन का मौका न मिले. यहां पूजा के लिए सजी लाइटें भी बंद कर दी गयी हैं.
गौरतलब है िक रविवार शाम महापंचमी पर भारी भीड़ उमड़ने के बाद इलाके में जाम की समस्या पैदा हो गयी. दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा देखने के िलए सभी दर्शनार्थी देशप्रिय पार्क जाना चाहते थे. लंबी कतारें लग गयीं. यहीं नहीं कालीघाट मेट्रो स्टेशन पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गयी. हालात से निपटने के िलए पुिलस ने पार्क में लोगों का प्रवेश रोक िदया. बाद में धीरे-धीरे पार्क को खाली करा िलया गया. हालांकि लोगों को उम्मीद थी कि पुिलस जरूरी इंतजाम कर महाषष्ठी से यहां प्रतिमा दर्शन की इजाजत देगी. लेकिन सोमवार को पुिलस ने साफ कर दिया कि सुरक्षा कारणों से पार्क में दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. उधर, हाइकोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन करने को लेकर देशप्रिय पार्क पूजा के आयोजकों पर मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस का कहना है
सोमवार को कोलकाता पुिलस मुख्यालय लालबाजार में पुलिस आयुक्त सुरजीत कर पुरकायस्थ ने कहा कि किसी भी पूजा मंडप में दर्शनार्थियों की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं िकया जायेगा. देशप्रिय पार्क पूजा मंडप के निर्माण में अदालत के निर्देशों का उल्लंघन किया गया है. यहां भीड़ को संभालना संभव नहीं हो पा रहा था. पुलिस ने पूजा आयोजकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया है. जल्द ही इन पर कानूनी कार्रवाई होगी. आयोजकों ने संभावित भीड़ के मद्देनजर बैरिकेड नहीं की और अन्य सुरक्षा नियमों की अनदेखी की. दर्शनार्थियों से अपनी अपील में पुलिस आयुक्त ने कहा कि महानगर में और भी पूजा मंडप हैं, वे उन बड़े पूजा मंडपों में घूमें. दर्शनार्थी अपने आनंद में किसी तरह की कमी न होने दें. खुल कर घूमें. लेकिन देशप्रिय पार्क की तरफ न जायें. वरना फिर से वहां जाम की स्थिति पैदा होगी. देशप्रिय पार्क में पूजा मंडप में मां की प्रतिमा की पूजा होगी. उन्होंने लोगों से दुर्गापूजा व मुहर्रम शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की गुहार लगायी.
पुलिस की भूमिका पर सवाल
उधर, पुलिस की कार्रवाई को लेकर देशप्रिय पार्क पूजा कमेटी के सदस्यों का कहना है कि पुलिस ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए आयोजको पर दोष मढ़ा है. आयोजक पूजा मंडप निर्माण की शुरूआत से ही पुलिस उपायुक्त (डीसी) व स्थानीय थाने के संपर्क में थे. पुलिस दर्शनार्थियों को सुरक्षा प्रदान नहीं कर पाने के कारण अब उन पर (आयोजक) दोष मढ़ रही है. इस बीच, लालबाजार सूत्रों के मुताबिक, पुिलस का एक वर्ग आयुक्त के फैसले से सहमत नहीं है. हालांकि कोई भी पुिलस अधिकारी इस मामले में मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है.