लीप स्कॉलर ने जारी की ”एप्लीकेशन-बेस्ड सर्वे 2024” रिपोर्ट कोलकाता. ऐसा कहा जाता है कि विदेशाें में पढ़ने वाले ज्यादातर छात्र अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों से आते हैं. लेकिन आंकड़े कुछ और ही बयां कर रहे हैं. दक्षिण एशिया की अग्रणी स्टडी एब्रॉड प्लेटफॉर्म लीप स्कॉलर ने अपना ””””एप्लीकेशन-बेस्ड सर्वे 2024”””” रिलीज किया है. सर्वे से पता चलता है कि देश के स्टेट बोर्ड के छात्र भी विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए उतने ही उत्सुक हैं, जितने की आइसीएसई और सीबीएसई बोर्ड के छात्र. आंकड़ों के अनुसार, विदेशों में पढ़ाई करने के लिए जाने वालों में 57 प्रतिशत छात्र स्टेट बोर्ड से आते हैं. विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के मामले में भारत के कुछ अन्य प्रमुख शहरों में बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, विशाखापट्टनम और लखनऊ शामिल हैं. हालांकि, कोलकाता से भी छात्र विदेश जाते हैं, लेकिन इनकी संख्या अन्य शहरों की तुलना में कम है. कनाडा, यूके व यूएसए जैसे देश सबसे लोकप्रिय स्थल: इसके अलावा सर्वे में उभरते शिक्षा गंतव्यों और विषय क्षेत्रों का भी खुलासा हुआ जो छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय हो रहे हैं. सर्वे के मुताबिक कनाडा, यूके, यूएसए जैसे देश छात्रों के बीच शीर्ष गंतव्य विकल्प बने हुए हैं. हालांकि भारतीय छात्र तेजी से इन गंतव्यों से परे देख रहे हैं, जापान और नीदरलैंड रोमांचक नये विकल्प के रूप में उभर रहे हैं. सर्वे में लोकप्रिय अध्ययन विषयों के संदर्भ में पता चला है कि, स्टेम पाठ्यक्रम अभी भी लोकप्रिय हैं. हालांकि ये अब अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एकमात्र आकर्षण नहीं हैं. इसके अलावा भारतीय छात्र मनोविज्ञान, लॉ, खेल विज्ञान, वास्तुकला, बिल्डिंग और प्लानिंग, परफॉर्मिंग आर्ट और सामाजिक विज्ञान सहित कई विषयों की खोज कर रहे हैं, जो अधिक समग्र और विविध शैक्षिक अनुभव की इच्छा को दर्शाता है.
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