असहिष्णुता के मुद्दे पर चर्चा राजनीति से प्रेरित प्रतीत होती है : बाबुल सुप्रियो

कोलकाता : केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो ने आज यहां कहा कि असहिष्णुता के मुद्दे पर पूरी चर्चा ‘‘राजनीति से प्रेरित” प्रतीत होती है. भाजपा नेता ने कहा कि लोग अपनी राय या विरोध को जता रहे हैं और यह तथ्य प्रमाण है कि ऐसी कोई असहिष्णुता नहीं है. उन्होंने एमसीसी चैंबर आफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2015 9:04 PM
कोलकाता : केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो ने आज यहां कहा कि असहिष्णुता के मुद्दे पर पूरी चर्चा ‘‘राजनीति से प्रेरित” प्रतीत होती है. भाजपा नेता ने कहा कि लोग अपनी राय या विरोध को जता रहे हैं और यह तथ्य प्रमाण है कि ऐसी कोई असहिष्णुता नहीं है.
उन्होंने एमसीसी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्टरी से इतर कहा, ‘‘ यह शब्द कहां से आया? किसने इसे उछाला? कुछ छिटपुट घटनाएं हुयी हैं लेकिन राज्यों में कानून व्यवस्था के लिए केंद्र को किस प्रकार दोषी ठहराया जा सकता है?” उन्होंने कहा, ‘‘ जिस प्रकार से चीजों को पेश किया जा रहा है, ऐसा प्रतीत होता है कि यह राजनीति से प्रेरित है.” विपक्ष का परोक्ष जिक्र करते हुए सुप्रियो ने कहा कि यह विडंबना है कि वे लोग असहिष्णुता पर दलील दे रहे हैं जो 1984 के सिख विरोधी दंगों तथा कश्मीरी पंडितों को उनके मूल स्थान से हटाए जाने के दौरान सत्ता में थे.
बाबुल ने कोलकाता शहर में ईस्ट..वेस्ट मेट्रो परियोजना में आ रही बाधाओं को दूर करने में मदद के िलिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मदद के चलते दत्ताबाद में भूमि की समस्या को हल किया जा सका, जिसके बाद मेट्रो का काम पूरी रफ्तार से चालू है.
कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि क्या बहस राजनीति से प्रेरित है. इस बारे में सवाल करने पर उन्होंने कहा, ‘‘ मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करुंगा .” इस बीच पश्चिम बंगाल वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने आरएसएस पर असहिष्णु समाज बनाने के लिए प्रयास करने का आरोप लगाया और असहिष्णुता के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों का समर्थन किया. बोस ने कहा, ‘‘ असहिष्णुता समाज की दुश्मन है. हम सबको इसका विरोध करने की आवश्यकता है. हम उनका समर्थन करते हैं जो असहिष्णुता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.” बोस ने कहा, ‘‘ आरएसएस सामाजिक तानेबाने को नष्ट करने तथा असहिष्णु समाज बनाने का प्रयास कर रहा है.”

Next Article

Exit mobile version