टीपू के वंशज ने कहा, विदेशों में खराब हो रही है देश की छवि, गंदी राजनीति कर रही है भाजपा

कोलकाता. टीपू सुलतान के एक वंशज ने भाजपा व अन्य संगठनों पर मैसूर के शासक की जयंती समारोह के अायोजन पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. महानगर में रहनेवाले टीपू सुलतान के वंशज शहजादा अनवर अली शाह ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2015 2:10 AM

कोलकाता. टीपू सुलतान के एक वंशज ने भाजपा व अन्य संगठनों पर मैसूर के शासक की जयंती समारोह के अायोजन पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. महानगर में रहनेवाले टीपू सुलतान के वंशज शहजादा अनवर अली शाह ने आरोप लगाया कि टीपू सुलतान को तानाशाह व असहिष्णु के रूप में पेश कर भाजपा आैर विश्व हिंदू परिषद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को खराब कर रहे हैं.

शाहजादा अनवर अली शाह ने कहा कि यह केवल दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं, बेहद खतरनाक भी है कि भाजपा, विहिप आैर उनके सहयोगी अन्य संगठनों के प्रतिनिधि टीपू सुलतान के नाम पर गंदी राजनीति खेल रहे हैं, जो इस देश के पहले स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे.

महानगर के टॉलीगंज इलाके में रहने वाले शाह ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश की यात्रा पर हैं आैर वह निवेश के लिए भारत को एक आदर्श गंतव्य के रूप में पेश कर रहे हैं. वहीं उनकी अपनी पार्टी के लोग इतिहास को विकृत व इतिहास के एक महान चरित्र को बदनाम कर देश की छवि को खराब कर रहे हैं.

टीपू सुलतान के सबसे छोटे बेटे गुलाम मोहम्मद के परिजन होने का दावा करने वाले शहजादा अनवर अली शाह ने दावा किया कि टीपू सूलतान को हिंदू विरोधी बतानेवाली सोच की हकीकत की जांच होनी चाहिए. टीपू सुलतान के सबसे छोटे बेटे गुलाम मोहम्मद को 1806 में कोलकाता लाया गया था. उन्होंने कहा कि यह केवल टीपू सुलतान के बारे में नहीं है, प्रधानमंत्री को देखना चाहिए कि इस समय काफी लोग अपना पुरस्कार वापस कर रहे हैं आैर बढ़ती असहिष्णुपता पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं. जब देश में यह सब चल रहा है, वैसी स्थिति में प्रधानमंत्री क्या संदेश ले कर लंदन गये हैं. मुझे लगता है कि मोदी को इस मामले में हस्तक्षेप कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश के लिए अपनी जान की कुर्बानी देने वाले हमारे शहीदों का अनादर नहीं होना चाहिए. यह प्रधानमंत्री का काम है कि वह यह सुनिश्चित करें कि टीपू सुलतान जैसे महान शहीदों का अपमान नहीं हो. शाह ने कहा कि वह इस मुद्दे पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया आैर प्रधानमंत्री से भेंट करेंगे.

गौरतलब है कि 10 नवंबर को टीपू सुलतान की जयंती मनाने के फैसले का आरएसएस, भाजपा व उनके सहयोगी संगठनों ने जबरदस्त विरोध किया था. पुलिस व विरोध प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में अब तक तीन लाेगों की मौत हो चुकी है.

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