दुख के साथी: जेल में पहुंचते ही मदन से कैदियों ने की फरियाद, कोई गंदगी से परेशान तो कोई चिकित्सा के अभाव में

कोलकाता. अदालत के निर्देश के बाद गुरुवार देर रात अलीपुर सेंट्रल जेल भेजे गये राज्य के पूर्व मंत्री मदन मित्रा ने शुक्रवार का दिन काफी गुमसुम ढंग से गुजारा. सुबह जेल के अंदर का नास्ता और दोपहर व रात को घर का खाना उन्हों‍ने खाया. इसके पहले सुबह जेल में नास्ता खत्म करने के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2015 9:22 AM
कोलकाता. अदालत के निर्देश के बाद गुरुवार देर रात अलीपुर सेंट्रल जेल भेजे गये राज्य के पूर्व मंत्री मदन मित्रा ने शुक्रवार का दिन काफी गुमसुम ढंग से गुजारा. सुबह जेल के अंदर का नास्ता और दोपहर व रात को घर का खाना उन्हों‍ने खाया. इसके पहले सुबह जेल में नास्ता खत्म करने के बाद उन्होंने कुछ समय अखबार पढ़ा और फिर जेल के अंदर मैदान में सैर के लिए निकल पड़े. अपने साथ पूर्व मंत्री को देख कर अन्य कैदियों ने उन्हें घेर लिया. जेल के अंदर कैदी अपनी समस्याओं को उनसे सुलझाने की मांग कर रहे थे. कोई विचाराधीन कैदी अदालत में तारीख नहीं मिलने से परेशान था, तो कोई गंदगी से.

कुछ कैदी जेल में चिकित्सा व्यवस्था को और बेहतर करने की मांग मदन मित्रा से कर रहे थे. कुछ कैदी निम्न स्तर का खाना मिलने का आरोप लगा रहे थे. कुछ कैदियों का कहना था कि एक इंसान के तौर पर वह भी उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश करें. कैदियों का कहना था कि उनकी पहुंच काफी ऊपर तक है, लिहाजा वह भी उनके बीच रह कर कैदियों की दुर्दशा को देख व महसूस कर रहे हैं.

जेल सूत्रों के मुताबिक, मदन मित्रा ने विचाराधीन व सजा प्राप्त कैदियों की समस्याओं को सुनने के बाद एक आम जनता की हैसियत से उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचने का आश्वासन दिया. जेल में अन्य कैदियों से मदन मित्रा एक दोस्त की हैसियत से मिले और सभी की बातों व आरोप को काफी गौर से सुना.

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