सीबीएसइ की तर्ज पर ही होगी सीआइएससीइ बोर्ड की परीक्षा
कोलकाता. सीबीएसइ की तर्ज पर काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीइ) बोर्ड की परीक्षा होगी. सीआइएससीइ में वर्ष 2018 से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए सीबीएसइ के तर्ज़ पर भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित के प्रश्नपत्रों के मॉडल तैयार किये जायेंगे. यह घोषणा एसोसिएशन ऑफ द स्कूल फॉर द […]
कोलकाता. सीबीएसइ की तर्ज पर काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीइ) बोर्ड की परीक्षा होगी. सीआइएससीइ में वर्ष 2018 से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए सीबीएसइ के तर्ज़ पर भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित के प्रश्नपत्रों के मॉडल तैयार किये जायेंगे. यह घोषणा एसोसिएशन ऑफ द स्कूल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट(एएसआइएससी) के द्वारा हाल ही में आयोजित तीन दिवसीय 58वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान की गयी, जिसमें सीआइएससीइ से जुड़े स्कूलों के लगभग 1200 प्राध्यापकों ने हिस्सा लिया. साथ ही साथ यह भी बताया गया की बोर्ड के द्वारा जल्द ही पाठ्यक्रम, बुनियादी ढांचों और शिक्षक प्रशिक्षण की प्रणाली का आधुनिकीकरण किया जायेगा.
इस अवसर पर काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीइ) के कार्यकारी सचिव गैरी आर्थन ने कहा की नमूना प्रश्नपत्र\पहले से ही सीबीएसइ पैटर्न पर तैयार किया जा चुका है. परिषद सीबीएसइ पैटर्न को इसलिए अपना रहा है, क्योंकि इंजीनियरिंग और चिकित्सा के क्षेत्र में देश के सबसे महत्वपूर्ण कुछ प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन सीबीएसइ पैटर्न के अनुसार होता है. इसलिए सीबीएसइ 12वीं कक्षा के प्रश्नपत्र को प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रख कर तैयार करता है.
श्री आर्थन ने कहा की परिषद ने आइएससी (कक्षा 11वीं और 12वीं) तथा आइसीएसआइ (कक्षा नौ और 10) के पाठ्यक्रम की अपने स्तर पर समीक्षा की है, जिसके पश्चात यह निर्णय लिया गया की गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के पाठ्यक्रमों को सीबीएसइ पाठ्यक्रम के साथ समानता लाते हुए पुनर्गठन करने का निर्णय लिया गया. परिषद पहले ही आइएससी स्तर पर गणित, विज्ञान और वाणिज्य विषयों के लिए कॉमन कोर करिकुलम पाठ्यक्रम का पालन करता है, जो कि काउंसिल ऑफ बोर्ड्स ऑफ स्कूल एजुकेशन इन इंडिया ( कोब्स) के द्वारा निर्धारित किया गया था. कोब्स एक स्वतंत्र निकाय है, जिसके अंतर्गत सभी स्कूलों के बोर्ड इसके सदस्य हैं. पूरे भारत में लगभग 2082 स्कूल सीआइएससीआइ बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं. 2015 में 12वीं कक्षा के लगभग 71,000 छात्र और 10वीं में 1.5 लाख बच्चें परीक्षा में बैठे थे.