26 को शहीद मीनार मैदान में जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद की सभा, पहली बार सभा को संबोधित करेंगी सीएम
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने राजनीतिक कैरियर में पहली बार किसी मुसलिम संगठन की सभा में न केवल शामिल होंगी, बल्कि उसे संबोधित भी करेंगी. 26 नवंबर को शहीद मिनार मैदान में जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद की पश्चिम बंगाल इकाई एक विशाल सभा आयोजित करने जा रही है. जिसमें राज्य भर से लगभग तीन लाख लोगों के शामिल […]
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने राजनीतिक कैरियर में पहली बार किसी मुसलिम संगठन की सभा में न केवल शामिल होंगी, बल्कि उसे संबोधित भी करेंगी. 26 नवंबर को शहीद मिनार मैदान में जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद की पश्चिम बंगाल इकाई एक विशाल सभा आयोजित करने जा रही है. जिसमें राज्य भर से लगभग तीन लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है. जमीयत की पश्चिम बंगाल के मुसलिम समुदाय पर अच्छी पकड़ है.
लगभग एक हजार मदरसे इसके नियंत्रण में हैं. अगले वर्ष होनेवाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री के इस सभा में शामिल हाेने के कई मायने निकाले जा रहे हैं. राजनीतिक विशलेषकों का कहना है कि राज्य में लगभग 30 प्रतिशत मुसलिम आबादी है. इतने बड़े वोट बैंक को अपने साथ बनाये रखने के लिए वह कोई भी कवायद कर सकती हैं.
इस जलसे में शामिल हाेना भी उनकी योजना का एक हिस्सा है. जमीयत के प्रदेश महासचिव मौलाना सिद्दिकुल्लाह चौधरी ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को इस सभा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. सभा में कल्याणी विश्वविद्यालय के उपकुलपति रतन लाल हंगलु, दारुल उलूम देवबंद के उपकुलपति कारी मोहम्मद उस्मान, पूर्व चीफ जस्टिस अल्तमश कबीर इत्यादि भी शामिल होंगे.