बीपीएमओ का अभियान नवंबर के बाद भी रहेगा जारी
कोलकाता. राज्य सरकार की कथित जनविरोधी नीतियों के खिलाफ करीब 113 वामपंथी संगठनों का मंच बंगाल प्लेटफार्म ऑफ मास आर्गेनाइजेशन (बीपीएमओ) का अभियान आगामी नवंबर महीना खत्म होने के बाद भी जारी रहेगा. पहले 30 नवंबर तक ही अभियान जारी रखे जाने की बात थी, लेकिन शुक्रवार को कार्यसूची में बदलाव किया गया. अभियान को […]
राज्य में वाममोरचा के चेयरमैन विमान बसु ने कहा कि अभियान के द्वारा किसानों और खेतीहर मजदूरों को आंदोलन से जोड़ने की कोशिश की जा रही है लेकिन इस बात का भी ख्याल रखा जा रहा है कि उनके कृषि कार्य में बाधा उत्पन्न न हो. इधर वाममोरचा की अगली कार्यसूची के बारे में बताते हुए बसु ने कहा कि सांप्रदायिकता और असहिष्णुता के माहौल के खिलाफ आगामी एक और दो दिसंबर को वाममोरचा की ओर से राज्यव्यापी प्रचार अभियान चलाया जायेगा.
उपरोक्त मुद्दों को लेकर तीन और चार दिसंबर को जिलों में सम्मेलन किये जायेंगे. आगामी पांच दिसंबर को प्रत्येक जिलों में पथ सभा का आयोजन किया जायेगा. छह दिसंबर को सांप्रदायिकता के खिलाफ महानगर समेत तमाम जिलों में वामपंथियों की ओर से विरोध रैली निकाली जायेगी. महानगर में दो स्थानों से रैली निकाली जायेगी. दक्षिण कोलकाता के हाजरा मोड़ से निकाली जाने वाली रैली पार्क सर्कस सेवेन प्वाइंट के निकट समाप्त होगी. उत्तर कोलकाता के कॉलेज स्क्वायर से निकाली जाने वाली रैली नारकेलडांगा इलाके की ओर जायेगी. बीपीएमओ की रैली पर होने वाले हमले की निंदा करते हुए बसु ने आरोप लगाया है कि घटना के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है. तानाशाही रवैया इस कदर बढ़ गया है कि जनहित के लिए विपक्षी दलों व संगठनों के आंदोलनों को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है. हमले बढ़ेंगे तो आंदोलन भी तेज होगा.