‘बांटो और राज करो’ की प्रथा बदलनी होगी
जगनमोहन रेड्डी से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने दी नसीहत कोलकाता : आंध्र प्रदेश के बंटवारे की साजिश को नाकाम करने के लिए वाइएसआर कांग्रेस अब अन्य राज्यों से भी समर्थन जुटाने में लग गयी है. बुधवार को वाइएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी महानगर पहुंचे और नवान्न भवन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात […]
जगनमोहन रेड्डी से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने दी नसीहत
कोलकाता : आंध्र प्रदेश के बंटवारे की साजिश को नाकाम करने के लिए वाइएसआर कांग्रेस अब अन्य राज्यों से भी समर्थन जुटाने में लग गयी है. बुधवार को वाइएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी महानगर पहुंचे और नवान्न भवन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की.
मुलाकात के बाद श्री रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश का बंटवारा करने का केंद्र का फैसला ‘अस्वीकार्य’ है. आंध्र प्रदेश को बांटने का फैसला तो केंद्र सरकार ने कर लिया है, लेकिन क्या वहां के लोग वास्तव में इसका बंटवारा चाहते हैं, या नहीं. यह नहीं देख रही है. केंद्र सरकार के पास यह अधिकार नहीं है.
वह किसी भी राज्य को अपनी मरजी से बंटवारा कर दे. विधेयक को वापस लिया जाना चाहिए. इस तरह का फैसला करने से पहले संबद्ध राज्य की विधानसभा की मंजूरी ली जानी चाहिए.
आंध्र प्रदेश को बंटवारे से बचाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से समर्थन मांगा और संसद में इस विधेयक के खिलाफ खड़े होने की अपील की. मुख्यमंत्री ने उन्हें पूरा समर्थन करने का आश्वासन दिया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जगन और उनकी मां हमारे संपर्क में हैं. हम उनके साथ अपनी एक जुटता और पूरा समर्थन दिखायेंगे. देश में विभाजन की नीति को अब पनपने नहीं दिया जायेगा, अविभाजित भारत की नीति ही हमारा लक्ष्य है.
आंध्र प्रदेश के बंटवारे के संबंध में उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस का फैसला है और वह जबरदस्ती देश को बांटने पर तुली है. किसी भी राज्य के बंटवारे के पहले सभी पार्टियों से राय लेना जरूरी है, यहां तक कि इसके लिए जनमत से भी राय लेनी चाहिए. उन्होंने दाजिर्लिंग का उदाहरण देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने गोरखालैंड के विभाजन को रोकने के लिए वहां नये उन्नयन पर्षद का गठन किया है, तेलंगाना के लिए भी ऐसा किया जा सकता था, लेकिन केंद्र अब मनमानी करते जा रही है.
उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 3 (नए राज्यों के गठन, मौजूदा राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों से संबंधित) में संशोधन किया जाना चाहिए.
वहीं, वाइएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगमोहन रेड्डी का वर्ष 2014 में होनेवाले लोकसभा चुनाव के पहले मिलना, एक नया राजनीतिक समीकरण तैयार कर रहा है. क्योंकि तेलंगाना मुद्दे पर श्री रेड्डी सिर्फ बंगाल नहीं, बल्कि पूरे देश में भ्रमण कर रहे हैं. और जानकारों का भी मानना है कि आगामी लोकसभा चुनाव के बाद नये सरकार के गठन में क्षेत्रीय पार्टियां महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही सभी क्षेत्रीय पार्टियों को एक जुट होने की अपील की है.
गौरतलब है कि कोलकाता दौरे पर आने से पहले श्री रेड्डी ने हैदराबाद के सीबीआइ कोर्ट से अनुमति लेनी पड़ी थी, इससे पहले श्री रेड्डी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, माकपा के नेताओं के साथ भी मुलाकात कर चुके हैं. अब वह समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी मिलने उत्तर प्रदेश जायेंगे और इस दौरान वह यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात करेंगे.