वाममोरचा के शासनकाल में मुक्त तरीके से दो लाख करोड़ का कर्ज देना गलत
आर्थिक मंदी के बावजूद बढ़ाया जा रहा है छह फीसदी डीए
कोलकाता : राज्य की तृणमूल सरकार ने अब महंगाई के लिए पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमत को जिम्मेदार ठहराया है. गुरुवार को राज्य के उद्योग व वाणिज्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि खाद्य वस्तुओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि के लिए केंद्र की यूपीए सरकार जिम्मेदार है.
पिछले कुछ महीनों में जिस प्रकार से पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत बढ़ी है, ऐसे में खाद्य पदार्थो की कीमत बढ़ना स्वाभाविक है. उन्होंने दावा किया कि पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि ने इस स्थिति को जन्म दिया है. उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की गलत नीतियां हैं, जिस वजह से खाद्य वस्तुओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है.
विधानसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बुधवार के बयान को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतें एलपीजी और डीजल की कीमतों में वृद्धि के कारण बढ़ी हैं. इसके बावजूद राज्य सरकार हालात से निपटाने और खाद्य वस्तुओं, फसलों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रही है.
इसके साथ ही राज्य पूर्ववर्ती वाममोरचा सरकार को मुक्त तरीके से कर्ज देकर राज्य को दो लाख करोड़ रुपये के भारी कर्ज के बोझ में डालने के लिए उन्होंने केंद्र को जिम्मेदार ठहराया. मंत्री ने कहा कि भारी कर्ज की वजह से बेहद कठिन राजकोषीय स्थिति होने के बावजूद मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में छह फीसदी की वृद्धि की घोषणा की.