इस घटना के सामने आने के बाद कोलकाता पुलिस से लेकर राज्य की राजनीति में इस घटना को लेकर बदलाव हो गया था. वहीं महानगर के नगर दायरा अदालत के फास्ट ट्रैक कोर्ट में इस मामले की पूरी सुनवाई खत्म होने के बाद आरोपियों के लिए सजा का एलान 10 दिसंबर के लिए सुरक्षित रखा गया था.
इस मामले में दुष्कर्म की शिकार पीड़ित महिला की इसी वर्ष मार्च महीने में मौत हो गयी. मामले में एक आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. दूसरी तरफ इस मामले में पीड़ित महिला की दो बेटियों ने अदालत से न्याय की उम्मीद जताई थी.