डिजिटल अर्काइव के संरक्षण में आ रही बाधा
कोलकाता नगर निगम : जरूरत से कम है कर्मचारियों की संख्या शोध कार्य भी हो रहा प्रभावित मेयर को दिया गया प्रस्ताव कोलकाता : जरूरत से कम कर्मचारी होने के कारण कोलकाता नगर निगम के डिजिटल अर्काइव के संरक्षण के काम में बाधा आ रही है. इससे शोध कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं. निगम […]
कोलकाता नगर निगम : जरूरत से कम है कर्मचारियों की संख्या
शोध कार्य भी हो रहा प्रभावित
मेयर को दिया गया प्रस्ताव
कोलकाता : जरूरत से कम कर्मचारी होने के कारण कोलकाता नगर निगम के डिजिटल अर्काइव के संरक्षण के काम में बाधा आ रही है. इससे शोध कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं. निगम के सभी दस्तावेज म्यूनिसिपल गजेट में रखे जाते रहे हैं. पर काफी पुराने हो जाने के कारण काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज नष्ट होने लगे थे.
2010 में निगम में सत्ता में आने के बाद से ही तृणमूल बोर्ड ने शहर के इतिहास को डिजिटल करने की योजना बनायी थी. 2011 में डिजिटल अर्काइव का काम शुरू हुआ था. 2015 में राज्य के पंचायत मंत्री व पूर्व मेयर सुब्रत मुखर्जी ने इस डिजिटल अर्काइव का उदघाटन किया था. इसका नाम कलकत्ता म्यूनिसिपल गजेट के तत्कालीन संपादक अमल होम के नाम पर अमल होम अर्काइव रखा गया है.
निगम के इस डिजिटल अर्काइव की जिम्मेदारी संभाल रहे मेयर परिषद सदस्य अतीन घोष ने बताया कि इस प्रकार के अर्काइव के विकास के लिए जितने कर्मचारियों की जरूरत है, हमारे पास उतने कर्मचारी उपलब्ध नहीं हैं. इस कारण काम में समस्या हो रही है. समस्या के समाधान के लिए हम लोगों ने मेयर को एक प्रस्ताव दिया है. उम्मीद है कि जल्द ही समस्या मिट जायेगी.