हर धर्म का हो सम्मान : ममता

कोलकाता: देश में असहिष्णुता बढ़ती जा रही है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि केंद्र में सत्ता में आने के बाद नयी सरकार ने क्रिसमस दिवस (25 दिसंबर) की राष्ट्रीय छुट्टी को खत्म कर दिया है और उस दिन सभी कर्मचारियों को कार्यालय पहुंचने का निर्देश दिया है. कोई भी सरकार किसी समुदाय व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2015 7:42 AM
कोलकाता: देश में असहिष्णुता बढ़ती जा रही है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि केंद्र में सत्ता में आने के बाद नयी सरकार ने क्रिसमस दिवस (25 दिसंबर) की राष्ट्रीय छुट्टी को खत्म कर दिया है और उस दिन सभी कर्मचारियों को कार्यालय पहुंचने का निर्देश दिया है. कोई भी सरकार किसी समुदाय व उससे संबंधित लोगों को इस प्रकार से नजरअंदाज नहीं कर सकती.
केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष क्रिसमस दिवस की छुट्टी को रद्द कर दिया था, लेकिन बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने अपनी ओर से यहां छुट्टी का एलान किया था, इसलिए केंद्र सरकार को चाहिए कि वह फिर से इस छुट्टी को शुरू करे. ये बातें बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सेंट जेवियर्स कॉलेज परिसर में सेंट जेवियर्स कॉलेज ( कलकत्ता) एलुमनी एसोसिएशन द्वारा क्रिसमस दिवस पर आयोजित समारोह के दौरान कहीं.
उन्होंने कहा कि देश में असहिष्णुता बढ़ रही है. हम राजनीति से जुड़े हुए लोग हैं और हमारे लिए सभी धर्म एक समान है. वह चर्च में जाती हैं, रमजान में नमाज पढ़ती हैं. दुर्गा पूजा, छठ पूजा, काली पूजा सहित सभी धर्म के पूजा व उत्सवों में शरीक होती हैं. वह किसी धर्म, भाषा व रंग के आधार पर किसी को अलग-अलग नहीं करतीं. उनके लिए सभी एक समान हैं.
उन्होंने कहा िक सरकार चलाने के लिए गुड गवर्नेंस जरूरी है, लेकिन यह सिर्फ एक दिन के लिए नहीं, बल्कि पूरे वर्ष भर 365 दिन हमारे कार्य में रहना चाहिए. क्रिसमस दिवस पर एक दिन की छुट्टी देने से हम गुड गवर्नेंस में पीछे नहीं हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि लॉर्ड जीसस उनको शक्ति दे ताकि वह इस प्रकार के समाज के दुश्मनों के खिलाफ लड़ सकें, जो समाज को बांटने का काम कर रहे हैं. इस मौके पर कोलकाता के बिशप थॉमस डिसूजा, फादर डोमिनिक सेवियो, सेंट जेवियर्स कॉलेज के प्रिंसिपल फादर जे फेलिक्स राज व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे.

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