डब्ल्यूबीजीएलए ने सीएम को सौंपा पत्र
कोलकाता. कॉलेजों के अतिथि शिक्षकों का संगठन वेस्ट बंगाल गेस्ट लेक्चरर एसोसिएशन (डब्ल्यूबीजीएलए) ने कई मांगों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र भेजा है. एसोसिएशन की तरफ से कॉलेज स्क्वायर में विरोध सभा की गयी. एसोसिएशन के नेता गोपाल चंद्र घोष ने कहा कि राज्य में अतिथि शिक्षकों की संख्या करीब 10 हजार है. […]
कोलकाता. कॉलेजों के अतिथि शिक्षकों का संगठन वेस्ट बंगाल गेस्ट लेक्चरर एसोसिएशन (डब्ल्यूबीजीएलए) ने कई मांगों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र भेजा है. एसोसिएशन की तरफ से कॉलेज स्क्वायर में विरोध सभा की गयी. एसोसिएशन के नेता गोपाल चंद्र घोष ने कहा कि राज्य में अतिथि शिक्षकों की संख्या करीब 10 हजार है. पार्ट टाइमर शिक्षकों की संख्या लगभग 5,229 और स्थायी शिक्षकों की संख्या करीब छह हजार है.
अतिथि शिक्षकों की संख्या काफी ज्यादा होने के बावजूद उन्हें मासिक रेमुनरेशन करीब तीन से चार हजार रुपये मिलते हैं. कहीं-कहीं तो प्रति कक्षा उन्हें 100 से 150 रुपये दिये जाते हैं, जबकि स्थायी शिक्षकों का मासिक वेतन करीब 40 हजार रुपये से 1.4 लाख रुपये भी है.
शिक्षकों को मिलनेवाली अन्य सुविधाओं के क्षेत्र में भी अतिथि शिक्षक महरूम हैं. दशा में सुधार की मांग को लेकर कई दफा शिक्षा विभाग के अधिकारियों से गुहार लगायी गयी, लेकिन फायदा नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की गयी है.